जागरूकता से संभव है साइबर अपराध पर रोकथाम
यमुनानगर | NEWS - सावधानी और सतर्कता के प्रति जागरूकता बेहद आवश्यक है वर्तमान युग में साइबर अपराध के जाल का शिकार कोई भी हो सकता है इसकी रोकथाम केवल जागरूकता से संभव है। महिला एवं बाल विकास की जिला बाल संरक्षण इकाई की ओर से चनेटी के राजकीय स्कुल में काउंसलर मुनीश कुमार और कमल राणा ने बच्चों को साइबर अपराध पर जानकारी देते हुए बताया की बच्चे सबसे पहले इसका शिकार हो जाते है। ऐसे में बच्चे को इंटरनेट की सही जानकरी होनी चाहिए, फ़ोन पर किसी भी लिंक पर क्लिक करना भारी पड़ सकता है। फ़ोन पर आया ओ टी पी किसी अनजान को कभी न दे, बैंक खाते या अन्य जरूरी जानकारी किसी को भी न दे। साइबर अपराध के साथ बच्चे पोक्सो जैसे अपराध के शिकार भी हो जाते है किसी भी अनजान पर विश्वास करने से ऐसे अपराध हो जाते है। इसकी रोकथाम बच्चों को जागरूक और सतर्क होने हो सकती है बच्चों को हर समय सावधान रहना चाहिए।