यूएचबीवीएन ने पिछली रेटिंग में सुधार करते हुए 14वें स्थान से 10वां स्थान हासिल किया है, इसी प्रकार डीएचबीवीएन ने पिछली रेटिंग में सुधार करते 12वें स्थान से 9वां स्थान हासिल किया है !
उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि में ‘बिजली चोरी पकड़ो अभियान’ एवं ‘म्हारा गाँव जगमग गाँव’ योजना का विशेष योगदान रहा है, क्योंकि इनसे बिजली कंपनियों के राजस्व में काफी बढ़ौतरी हुई हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार अपने सभी उपभोक्ताओं को निरंतर एवं निर्बाध बिजली उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत है।
चौटाला ने बताया कि केन्द्रीय विद्युत मंत्रालय ने हाल ही में बिजली वितरण कंपनियों की 11वीं एकीकृत वार्षिक रिपोर्ट जारी की है जिसमें हरियाणा की दोनों बिजली वितरण कंपनियों (यूएचबीवीएन और डीएचबीवीएन) ने पिछली एकीकृत वार्षिक रिपोर्ट में सुधार करते हुए अभूतपूर्व प्रदर्शन किया है।
चौटाला ने बताया कि केन्द्रीय विद्युत मंत्रालय ने हाल ही में बिजली वितरण कंपनियों की 11वीं एकीकृत वार्षिक रिपोर्ट जारी की है जिसमें हरियाणा की दोनों बिजली वितरण कंपनियों (यूएचबीवीएन और डीएचबीवीएन) ने पिछली एकीकृत वार्षिक रिपोर्ट में सुधार करते हुए अभूतपूर्व प्रदर्शन किया है।
वर्तमान रिपोर्ट में भारत भर से 43 राज्य डिस्कॉम, 8 निजी डिस्कॉम और 12 बिजली विभागों को शामिल किया गया था।
बिजली वितरण निगमों के चेयरमैन पी.के. दास ने बताया कि यूएचबीवीएन और डीएचबीवीएन दोनों को ए+ ग्रुप में रखा गया है। डीएचबीवीएन ने अपने मूल्यांकन में 𝟖𝟓.𝟕𝟏 से 𝟖𝟗.𝟑𝟎 तक सुधार किया है और इसे 𝟗वें स्थान पर रखा गया है। वहीं यूएचबीवीएन ने अपने मूल्यांकन में 𝟕𝟒.𝟕𝟎 से 𝟖𝟕.𝟔𝟎 तक सुधार किया है और इसे 𝟏𝟎वें स्थान पर रखा गया है।
यूएचबीवीएन के प्रबन्ध निदेशक साकेत कुमार ने बताया कि यूएचबीवीएन ने पिछली रेटिंग में सुधार करते हुए 𝟏𝟒वें स्थान से 𝟏𝟎वां स्थान हासिल किया है। इसी प्रकार डीएचबीवीएन ने पिछली रेटिंग में सुधार करते 𝟏𝟐वें स्थान से 𝟗वां स्थान हासिल किया है। दोनों बिजली निगमों ने पूरे देश में अच्छा प्रदर्शन करते हुए ए+ ग्रेड हासिल किया है।
उन्होंने बताया कि हरियाणा प्रदेश की बिजली वितरण कंपनियां लगातार अपनी स्थितियों में सुधार करती जा रही हैं। सरकार की सूझबूझ एवं कुशल नेतृत्व के कारण ऐसा हो पाया है।
बिजली वितरण निगमों के चेयरमैन पी.के. दास ने बताया कि यूएचबीवीएन और डीएचबीवीएन दोनों को ए+ ग्रुप में रखा गया है। डीएचबीवीएन ने अपने मूल्यांकन में 𝟖𝟓.𝟕𝟏 से 𝟖𝟗.𝟑𝟎 तक सुधार किया है और इसे 𝟗वें स्थान पर रखा गया है। वहीं यूएचबीवीएन ने अपने मूल्यांकन में 𝟕𝟒.𝟕𝟎 से 𝟖𝟕.𝟔𝟎 तक सुधार किया है और इसे 𝟏𝟎वें स्थान पर रखा गया है।
यूएचबीवीएन के प्रबन्ध निदेशक साकेत कुमार ने बताया कि यूएचबीवीएन ने पिछली रेटिंग में सुधार करते हुए 𝟏𝟒वें स्थान से 𝟏𝟎वां स्थान हासिल किया है। इसी प्रकार डीएचबीवीएन ने पिछली रेटिंग में सुधार करते 𝟏𝟐वें स्थान से 𝟗वां स्थान हासिल किया है। दोनों बिजली निगमों ने पूरे देश में अच्छा प्रदर्शन करते हुए ए+ ग्रेड हासिल किया है।
उन्होंने बताया कि हरियाणा प्रदेश की बिजली वितरण कंपनियां लगातार अपनी स्थितियों में सुधार करती जा रही हैं। सरकार की सूझबूझ एवं कुशल नेतृत्व के कारण ऐसा हो पाया है।