कुरुक्षेत्र, डिजिटल डेक्स।। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा किया। हुड्डा ट्रैक्टर पर और पैदल चलकर कुरुक्षेत्र के गांव नरकातारी, ठोल, दुराला, झांसा, टीबा, उदारसी, झीवहेडी, हंसाला,खेड़ी मारकंडा, हिंगोखेड़ी और शाहबाद में पहुंचे।
उन्होंने लोगों से बातचीत कर उनकी परेशानी जानी और अधिकारियों से बात कर जल्द समाधान के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने कुरुक्षेत्र से लेकर शाहबाद और आगे अंबाला तक उन्होंने खेतों व रिहायशी इलाकों की स्थिति देखी।
हुड्डा ने बताया कि जलभराव ने भयानक रूप ले लिया है। इससे निपटने के लिए सरकार को युद्ध स्तर पर काम करना होगा। प्रदेश सरकार को ज्यादा से ज्यादा केंद्र, एनडीआरएफ और सेना की मदद से राहत कार्य आगे बढ़ाना चाहिए। ताकि लोगों के जानमाल की रक्षा की जा सके।
“The government should now not show any negligence or laxity. They should mobilise and deploy whatever resources they have to be mobilized for draining out rain water. Along with this, compensation should be announced for the people after assessing the damage caused by the flood,” he stated.
हुड्डा ने कहा कि अगर समय रहते सरकार ऐहतियाती कदम उठाती तो इस भयावह स्थिति से लोगों को बचाया जा सकता था। लेकिन सरकार ने ना फ्लड कंट्रोल बोर्ड की बैठक बुलाई, ना ही बरसाती सीजन से पहले नालों, सीवरेज और ड्रेन्स की सफाई करवाई गई।
अगर वक्त रहते सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाती तो काफी हद तक किसानों की फसलों, दुकानदारों की दुकानों व लोगों के मकानों को डूबने से बचाया जा सकता था।
बहरहाल, अब सरकार को किसी तरह की कोताही या ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए। जल निकासी के लिए जो भी संसाधन जुटाने पड़े, उनकी जल्द से जल्द व्यवस्था की जानी चाहिए। साथ ही लोगों को बाढ़ की वजह से हुए नुकसान का आंकलन करके उनके लिए मुआवजे का ऐलान किया जाना चाहिए।
बहरहाल, अब सरकार को किसी तरह की कोताही या ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए। जल निकासी के लिए जो भी संसाधन जुटाने पड़े, उनकी जल्द से जल्द व्यवस्था की जानी चाहिए। साथ ही लोगों को बाढ़ की वजह से हुए नुकसान का आंकलन करके उनके लिए मुआवजे का ऐलान किया जाना चाहिए।
Hooda reminded that earlier in 1995-96 the state had to face floods. “Even at that time, compensation was given by the government to help people recover from the loss caused due to the floods. This time too thousands of acres of farmers' crops have been destroyed due to floods, houses of many people have collapsed or cracks have appeared in them, shopkeepers' shops have also been submerged. All these sections should be given proper compensation,” he stressed.
हुड्डा ने याद दिलाया कि इससे पहले 1995-96 में प्रदेश को बाढ़ का सामना करना पड़ा था। उस वक्त भी सरकार द्वारा लोगों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा दिया गया था।
इस बार भी बाढ़ की वजह से किसानों की हजारों एकड़ फसल बर्बाद हुई है, बहुत सारे लोगों के मकान गिर गए हैं या उनमें दरारें आ गई हैं, दुकानदारों की दुकानें भी जलमग्न हो गई हैं। इन तमाम वर्गों को उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एकबार फिर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वह बाढ़ ग्रस्त इलाकों में पहुंचकर लोगों की मदद करें। आपदा के इस समय में राहत और बचाव कार्य में हर सक्षम व्यक्ति को सक्रियता दिखानी चाहिए। हुड्डा ने जनता से भी एक-दूसरे की मदद करने की अपील की है।
पत्रकारों से बातचीत में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि आज पार्टी द्वारा कुरूक्षेत्र में मौन व्रत सत्याग्रह का कार्यक्रम रखा गया था। राहुल गांधी के खिलाफ सरकार द्वारा रचे गए षड्यंत्र के खिलाफ कांग्रेस सत्याग्रह कर रही थी।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एकबार फिर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वह बाढ़ ग्रस्त इलाकों में पहुंचकर लोगों की मदद करें। आपदा के इस समय में राहत और बचाव कार्य में हर सक्षम व्यक्ति को सक्रियता दिखानी चाहिए। हुड्डा ने जनता से भी एक-दूसरे की मदद करने की अपील की है।
पत्रकारों से बातचीत में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि आज पार्टी द्वारा कुरूक्षेत्र में मौन व्रत सत्याग्रह का कार्यक्रम रखा गया था। राहुल गांधी के खिलाफ सरकार द्वारा रचे गए षड्यंत्र के खिलाफ कांग्रेस सत्याग्रह कर रही थी।
लेकिन अचानक से प्रदेशभर में बाढ़ के हालात को देखते हुए मौन व्रत को स्थगित किया गया है। हालात सामान्य होने पर कांग्रेस इसकी अगली तिथि निर्धारित करेगी।
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