भगवान शिव की महिमा का गुणगान करते हुए कहा कि श्रावण मास और अधिक मास में जो व्यक्ति शिव कथा का एक श्लोक भी सुन लेता है तो उसका जीवन धन्य हो जाता है !
रादौर, डिजिटल डेक्स।। प्राचीन शिव मंदिर अंधेरिया बाग में आयोजित की जा रही आठ दिवसीय शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन भी कथा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी।
मंहत यमुनागिरी शास्त्री की अगुवाई में आयोजित की जा रही कथा के समापन पर श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया।
कथा में प्रवचन करते हुए कथावाचक हिम गौरव वैष्णवाचार्य पंकज महाराज ने भगवान शिव की महिमा का गुणगान करते हुए कहा कि श्रावण मास और अधिक मास में जो व्यक्ति शिव कथा का एक श्लोक भी सुन लेता है तो उसका जीवन धन्य हो जाता है।
एक श्लोक का पाठ करने मात्र से मनुष्य के जीवन के सभी पाप नष्ट हो जाते है। श्रावण मास में शिवलिंग पर जल अर्पित करने व बेलपत्र इत्यादि चढ़ाने से व्यक्ति की सभी मनोकामना पूरी होती है।
शिव की अराधना से देवराज भी पापमुक्त हो गए थे उसी प्रकार अगर पापी से पापी मनुष्य भी सच्चे मन से शिव की अराधना करते तो वह पापमुक्त हो जाता है।
उन्होंने कहा कि शिव महापुराण में 24 हजार श्लोक है। यह परब्रह्म परमात्मा के समान गति प्रदान करने वाला है। इसलिए मनुष्य को पूरी भक्ति व संयम के साथ शिव महापुराण को श्रवण करना चाहिए।
जो व्यक्ति प्रेमपूर्वका इसका पाठ करता है वह निसंदेह पुण्य आत्मा है। जिसे भगवान शिव की कृपा अवश्य प्राप्त होती है।
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