The Central Government for the establishment of 124 PM Shri schools. The process of selecting 128 PM Shri schools for the second phase has already commenced.
चंडीगढ़, डिजिटल डेक्स।। हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य बना पीएमश्री योजना शुरू करने वाला, 𝟏𝟐𝟒 स्कूलों को अपग्रेड किया गया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा मॉडल संस्कृति स्कूलों की संख्या को 𝟐𝟐 से बढ़ाकर 𝟏𝟒𝟕 किया गया है।
केन्द्र सरकार द्वारा प्रथम चरण में पीएम श्री के 𝟏𝟐𝟒 स्कूलों के लिए 𝟖𝟓 करोड़ रूपए की राशि प्रदान की गई है।
दूसरे चरण के 𝟏𝟐𝟖 पीएम श्री स्कूलों के चयन की प्रक्रिया शुरू की गई है।
उन्होंने प्रदेश में शुरू की गई सुपर 𝟏𝟎𝟎 योजना के सार्थक परिणामों की चर्चा करते हुए कहा कि अब तक 𝟐𝟓𝟐 गरीब बच्चों का नीट, 𝟏𝟐𝟕 बच्चों का आईआईटी तथा 𝟐𝟔 बच्चों का एमबीबीएस पाठ्यक्रमों में चयन हुआ है।
सरकार द्वारा शीघ्र ही एनडीए की कोचिंग भी शुरू की जा रही है।
सरकार द्वारा 𝟏𝟎वीं से 𝟏𝟐वीं कक्षाओं के पांच लाख विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाए गए टैबलेट में 𝟑𝟒 विषयों के साफ्टवेयर डाले गए है।
उन्होंने अभिभावकों का आह्वान किया कि वे बच्चों की निगरानी करें और यह सुनिश्चित करें कि ये सभी बच्चे इन टैबलेट का सदुपयोग करें।
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𝐒𝐩𝐞𝐚𝐤𝐢𝐧𝐠 𝐨𝐧 𝐭𝐡𝐢𝐬 𝐨𝐜𝐜𝐚𝐬𝐢𝐨𝐧, 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐄𝐝𝐮𝐜𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫 𝐊𝐚𝐧𝐰𝐚𝐫𝐩𝐚𝐥 𝐆𝐮𝐫𝐣𝐚𝐫 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭, 𝐮𝐧𝐝𝐞𝐫 𝐂𝐡𝐢𝐞𝐟 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫 𝐌𝐚𝐧𝐨𝐡𝐚𝐫 𝐋𝐚𝐥'𝐬 𝐥𝐞𝐚𝐝𝐞𝐫𝐬𝐡𝐢𝐩, 𝐡𝐚𝐬 𝐢𝐧𝐜𝐫𝐞𝐚𝐬𝐞𝐝 𝐭𝐡𝐞 𝐧𝐮𝐦𝐛𝐞𝐫 𝐨𝐟 𝐌𝐨𝐝𝐞𝐥 𝐒𝐚𝐧𝐬𝐤𝐫𝐢𝐭𝐢 𝐒𝐜𝐡𝐨𝐨𝐥𝐬 𝐟𝐫𝐨𝐦 𝟐𝟐 𝐭𝐨 𝟏𝟒𝟕.
𝐈𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐟𝐢𝐫𝐬𝐭 𝐩𝐡𝐚𝐬𝐞, 𝐚𝐧 𝐚𝐥𝐥𝐨𝐜𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐨𝐟 𝐑𝐬 𝟖𝟓 𝐜𝐫𝐨𝐫𝐞 𝐡𝐚𝐬 𝐛𝐞𝐞𝐧 𝐩𝐫𝐨𝐯𝐢𝐝𝐞𝐝 𝐛𝐲 𝐭𝐡𝐞 𝐂𝐞𝐧𝐭𝐫𝐚𝐥 𝐆𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐟𝐨𝐫 𝐭𝐡𝐞 𝐞𝐬𝐭𝐚𝐛𝐥𝐢𝐬𝐡𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐨𝐟 𝟏𝟐𝟒 𝐏𝐌 𝐒𝐡𝐫𝐢 𝐬𝐜𝐡𝐨𝐨𝐥𝐬. 𝐓𝐡𝐞 𝐩𝐫𝐨𝐜𝐞𝐬𝐬 𝐨𝐟 𝐬𝐞𝐥𝐞𝐜𝐭𝐢𝐧𝐠 𝟏𝟐𝟖 𝐏𝐌 𝐒𝐡𝐫𝐢 𝐬𝐜𝐡𝐨𝐨𝐥𝐬 𝐟𝐨𝐫 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐞𝐜𝐨𝐧𝐝 𝐩𝐡𝐚𝐬𝐞 𝐡𝐚𝐬 𝐚𝐥𝐫𝐞𝐚𝐝𝐲 𝐜𝐨𝐦𝐦𝐞𝐧𝐜𝐞𝐝.
𝐃𝐢𝐬𝐜𝐮𝐬𝐬𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐮𝐜𝐜𝐞𝐬𝐬𝐟𝐮𝐥 𝐨𝐮𝐭𝐜𝐨𝐦𝐞𝐬 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐒𝐮𝐩𝐞𝐫 𝟏𝟎𝟎 𝐬𝐜𝐡𝐞𝐦𝐞, 𝐰𝐡𝐢𝐜𝐡 𝐰𝐚𝐬 𝐥𝐚𝐮𝐧𝐜𝐡𝐞𝐝 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞, 𝐡𝐞 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝟐𝟓𝟐 𝐞𝐜𝐨𝐧𝐨𝐦𝐢𝐜𝐚𝐥𝐥𝐲 𝐝𝐢𝐬𝐚𝐝𝐯𝐚𝐧𝐭𝐚𝐠𝐞𝐝 𝐬𝐭𝐮𝐝𝐞𝐧𝐭𝐬 𝐡𝐚𝐯𝐞 𝐛𝐞𝐞𝐧 𝐬𝐞𝐥𝐞𝐜𝐭𝐞𝐝 𝐟𝐨𝐫 𝐍𝐄𝐄𝐓, 𝟏𝟐𝟕 𝐟𝐨𝐫 𝐈𝐈𝐓, 𝐚𝐧𝐝 𝟐𝟔 𝐟𝐨𝐫 𝐌𝐁𝐁𝐒 𝐜𝐨𝐮𝐫𝐬𝐞𝐬.
𝐓𝐡𝐞 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐢𝐬 𝐚𝐥𝐬𝐨 𝐩𝐥𝐚𝐧𝐧𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐨 𝐢𝐧𝐭𝐫𝐨𝐝𝐮𝐜𝐞 𝐍𝐃𝐀 𝐜𝐨𝐚𝐜𝐡𝐢𝐧𝐠 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐧𝐞𝐚𝐫 𝐟𝐮𝐭𝐮𝐫𝐞. 𝐀𝐝𝐝𝐢𝐭𝐢𝐨𝐧𝐚𝐥𝐥𝐲, 𝐞𝐝𝐮𝐜𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧𝐚𝐥 𝐬𝐨𝐟𝐭𝐰𝐚𝐫𝐞 𝐟𝐨𝐫 𝟑𝟒 𝐬𝐮𝐛𝐣𝐞𝐜𝐭𝐬 𝐡𝐚𝐬 𝐛𝐞𝐞𝐧 𝐢𝐧𝐬𝐭𝐚𝐥𝐥𝐞𝐝 𝐨𝐧 𝐭𝐚𝐛𝐥𝐞𝐭𝐬 𝐝𝐢𝐬𝐭𝐫𝐢𝐛𝐮𝐭𝐞𝐝 𝐛𝐲 𝐭𝐡𝐞 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐭𝐨 𝐟𝐢𝐯𝐞 𝐥𝐚𝐤𝐡 𝐬𝐭𝐮𝐝𝐞𝐧𝐭𝐬 𝐢𝐧 𝐠𝐫𝐚𝐝𝐞𝐬 𝟏𝟎 𝐭𝐨 𝟏𝟐. 𝐇𝐞 𝐮𝐫𝐠𝐞𝐝 𝐩𝐚𝐫𝐞𝐧𝐭𝐬 𝐭𝐨 𝐦𝐨𝐧𝐢𝐭𝐨𝐫 𝐭𝐡𝐞𝐢𝐫 𝐜𝐡𝐢𝐥𝐝𝐫𝐞𝐧'𝐬 𝐮𝐬𝐞 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞𝐬𝐞 𝐭𝐚𝐛𝐥𝐞𝐭𝐬.