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𝐒𝐢𝐫𝐬𝐚 𝐍𝐞𝐰𝐬 : लोकसभा चुनाव में इनेलो और जजपा का कोई भविष्य नहीं- सुनीता दुग्गल

आप नेताओं द्वारा भाजपा पर अरविंद केजरीवाल की हत्या करवाने के बयान पर सांसद सुनीता दुग्गल का तंज कसते हुए कहा कि उल जलूल बयान देना किसी भी पार्टी को शोभा नहीं देता है, कानून के तहत ही केजरीवाल पर कार्रवाई हुई है !



सिरसा, डिजिटल डेक्स।। सिरसा भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल का बड़ा बयान दिया है... उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा की पूरी तैयारियां कर ली है और भाजपा को चुनावी मैदान में सबसे पहले उम्मीदवार उतारने का लाभ मिलेगा। 

सिरसा, हिसार सहित कई लोकसभा क्षेत्रों में भाजपा उम्मीदवारों की टिकट कटने पर सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि टिकटों में हुए बदलाव का फैसला पार्लियामेंट बोर्ड या शीर्ष नेतृत्व ही करता है।


भाजपा हाई कमान ने बेहतरीन 10 उम्मीदवार मैदान में उतारे है। हरियाणा में जितने वाले उम्मीदवार ही भाजपा ने उतारे है।

सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि सिरसा और हरियाणा की दूसरी लोकसभा सीटों पर मेरी जिम्मेदारी लगी हुई है वहां पर जाकर प्रचार करुँगी और भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में वोटों की अपील करुँगी। 

उत्तरप्रदेश और गुजरात में भी पार्टी हाई कमान ने उनकी ड्यूटी लगाई है। वही उन्होंने कहा कि गुजरात और उत्तरप्रदेश में भी प्रचार के लिए उन्हें जाना है। वही भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.और कहा

भाजपा जहाँ पन्ना प्रमुख तक पहुंच चुकी है वही कांग्रेस के पास जिलाध्यक्ष भी नहीं है। संगठन की कमी के चलते कांग्रेस को नुकसान हो रहा है। कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची गुटबाजी की भेंट चढ़ रही है।

सांसद सुनीता दुग्गल का बड़ा दावा करते हुए कहा कि सिरसा में कमल का फूल खिलाने के लिए अशोक तंवर की ताकत बनेगी।

आप नेताओं द्वारा भाजपा पर अरविंद केजरीवाल की हत्या करवाने के बयान पर सांसद सुनीता दुग्गल का तंज कसते हुए कहा कि उल जलूल बयान देना किसी भी पार्टी को शोभा नहीं देता है। कानून के तहत ही केजरीवाल पर कार्रवाई हुई है।

लोकसभा चुनाव में इनेलो और जजपा का कोई भविष्य नहीं है। इनेलो और जजपा का वजूद नहीं है
कांग्रेस का हरियाणा में कोई अस्तित्व नहीं है।

दिग्विजय चौटाला के पूर्व सीएम मनोहर लाल को सबसे कमजोर उम्मीदवार बताने पर सांसद सुनीता दुग्गल का पलटवार करते हुए कहा कि

अगर उनको मनोहर लाल कमजोर लगते है तो साढ़े 4 साल मनोहर लाल के साथ सरकार में क्यों रहे। क्यों नहीं उस समय सरकार से अलग हुए।

जजपा ने सरकार के साथ करीब 5 साल काम किया है। अगर मनोहर लाल इतने ही कमजोर थे तो उस समय सरकार से समर्थन वापस क्यों नहीं लिया। इस तरह की अर्नगल बाते नहीं करनी चाहिए


करनाल लोकसभा से पिछली बार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल करेंगे मनोहर लाल।

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