हर रोज पेपर नैपकिन बनाने के लिए भारत में काटे जाते हैं 27000 पेड़
हर रोज शहर के विभिन्न चौकों पर खड़े होकर लोगों को पर्यावरण बचाने के प्रति जागरुक करते हैं
POSTED BY- MEHAK
यमुनानगर DIGITAL DESK|| आज लिव हर्बल संगठन के द्वारा यमुनानगर के कमानी चौक पर पर्यावरण जागरूकता अभियान चलाया गया, इस अभियान के दौरान युवा हाथों में पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने वाली इश्तहार पकड़ कर खड़े रहे एवं आते जाते लोगों को मुफ्त में हजारों पेड़ भी बांटे गए और उन्हें यह पेड़ लगाने एवं इनका संरक्षण करने के लिए प्रोत्साहित भी किया गया.
इस सारे कार्यक्रम में क्लाउड टेक प्राइवेट लिमिटेड के सुशांत सैनी का अहम सहयोग रहा,
राहुल भान ने बताया कि हाल की के दिनों में हुई एक रिसर्च से पता लगा है कि भारत में पेपर नैपकिन बनाने के लिए प्रतिदिन 27000 पेड़ काटे जाते हैं और आगे उन्होंने जनता से अपील की कि हम पेपर नैपकिन एवं पेपर का कम से कम बर्बादी करें ताकि पेड़ों के काटने की रफ्तार को कम किया जा सके,
मौके पे मौजूद युवा उपेंद्र और उनके साथियों ने भी उन लोगों को पर्यावरण बचाने के लिए जागरूक किया।
राहुल भान ने बताया कि हाल की के दिनों में हुई एक रिसर्च से पता लगा है कि भारत में पेपर नैपकिन बनाने के लिए प्रतिदिन 27000 पेड़ काटे जाते हैं और आगे उन्होंने जनता से अपील की कि हम पेपर नैपकिन एवं पेपर का कम से कम बर्बादी करें ताकि पेड़ों के काटने की रफ्तार को कम किया जा सके,
मौके पे मौजूद युवा उपेंद्र और उनके साथियों ने भी उन लोगों को पर्यावरण बचाने के लिए जागरूक किया।
इस अवसर पर मनोज रोड,हरदीप सिंह, सुरजीत सिंह, बलबीर सिंह,वरेन सपरा, लक्ष्मण विनायक, ओम परकाश खटिक, योगिंदर जी,तरनजीत, विकास जैन,रवि गुप्ता,प्रभजोत, सुमित पाल सिंह, तरंजीत कौर, संजय आदि मौजूद रहे!