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𝐑𝐚𝐝𝐚𝐮𝐫 𝐍𝐞𝐰𝐬 : पिता के अधूरे शौक को बेटे ने किया पूरा, स्मारक सिक्को को जमा कर एक अनोखा रिकॉर्ड कायम किया

देवांश गोयल ने देश में अब तक सरकार द्वारा जारी किए गए स्मारक सिक्को को जमा कर अपने आयु वर्ग में एक मिसाल कायम की है, जिसको लेकर देवांश गोयल को एडीएमसी कन्वेंशन, नजदीक जंतर मंतर हाल में आयोजित कवाईन प्रतियोगिता में आयोजको द्वारा प्रमाणपत्र व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया !



रादौर, DIGITAL DESK || रादौर में एक 𝟏𝟏 वर्ष के बेटे ने अपने पिता के अधूरे शौक को पूरा करने के लिए देश के 𝟏𝟗𝟔𝟒 से लेकर 𝟐𝟎𝟏𝟖 तक के 𝟏𝟔𝟗 स्मारक सिक्को को जमा कर एक अनोखा रिकॉर्ड कायम किया है।

शहर निवासी पंकज गोयल के बेटे देवांश गोयल ने देश में अब तक सरकार द्वारा जारी किए गए स्मारक सिक्को को जमा कर अपने आयु वर्ग में एक मिसाल कायम की है। जिसको लेकर देवांश गोयल को एडीएमसी कन्वेंशन, नजदीक जंतर मंतर हाल में आयोजित कवाईन प्रतियोगिता में आयोजको द्वारा प्रमाणपत्र व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। 

अपने आयु वर्ग में देश के सभी स्मारक सिक्के इकठ्ठे करने का देवांश गोयल के नाम एक अनोखा रिकॉर्ड कायम हुआ है। जिससे प्रदेश, जिले व रादौर का नाम रोशन हुआ है।

शहर निवासी पंकज गोयल ने बताया कि कोरोना काल के दौरान उनके बेटे देवांश गोयल को स्मारक सिक्के इकठ्ठे करने का शौक पैदा हुआ था। इससे पहले उन्हें यह शौक था, लेकिन परिवार की जिम्मेवारी के कारण वह यह शौक पूरा नहीं कर पाए थे। 

लेकिन अपने बेटे के शौक को पूरा करने के लिए उन्होंने उसे पूरा प्रोत्साहन दिया। दिल्ली में हर वर्ष लगाए जाने वाली कवाइन प्रतियोगिता में वह अपने बेटे के साथ जाते है। इस दौरान देशभर से हजारो की संख्या में लोग इस प्रतियोगिता में भाग लेते है। इन्ही प्रतियोगिताओं में भाग लेकर उनके बेटे ने स्मारक सिक्के जमा किए है। 

यह स्मारक सिक्के 𝟏𝟗𝟔𝟒 से लेकर 𝟐𝟎𝟏𝟖 तक सरकार द्वारा विभिन्न अवसरो पर सीमित मात्रा में बनवाए गए है। देवांश गोयल ने बताया कि उसके पास सभी स्मारक सिक्के मौजूद है। जिन्हें उसने एलबम में संजोकर लगाया हुआ है। बहुत से सिक्के उन्हें मार्केट से मिले और बहुत से सिक्को को उसने हजारों रूपये में कवाइन प्रतियोगिताओं में खरीदा है। 

सरकार द्वारा 𝟏𝟗𝟔𝟗 में महात्मा गांधी पर 𝟏𝟎 रूपये का चांदी का सिक्का स्मारक के तौर पर जारी किया गया था। जिसकी कीमत अब 𝟏𝟓𝟎𝟎 रूपये है। 𝟏𝟗𝟕𝟎 में फुड फॉर ऑल को लेकर सरकार ने 𝟏𝟎 रूपये का सिक्का जारी किया था। जिसकी कीमत अब 𝟒𝟓𝟎𝟎 रूपये है। 𝟏𝟗𝟕𝟐 में स्वतंत्रता दिवस की 𝟐𝟓 वर्षगांठ पर 𝟏𝟎 रूपये का चांदी का सिक्का जारी किया गया, जो अब 𝟐 हजार रूपये में मिलता है। 

𝟐𝟎𝟎𝟕 में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की 𝟏𝟓𝟎 वीं जयंती पर आयोजित 𝟓 रूपये के सिक्के की कीमत अब 𝟐𝟎 हजार रूपये तक है। 𝟐𝟎𝟏𝟓 में 𝟔𝟓वे स्वतंत्रता दिवस पर जारी किए गए 𝟓 रूपये के सिक्के की कीमत 𝟓𝟎 हजार रूपये तक है। 𝟐𝟎𝟏𝟖 में सरकार ने स्मारक सिक्के बनाना बंद कर दिया था। 

उन्होंने बताया कि देश में सिक्के बनाने के लिए टकसाल मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, नोयडा में स्थापित है। देवांश ने बताया कि वह स्मारक सिक्के को देखकर यह बता सकते है कि यह सिक्का देश के किस शहर के टकसाल में बना हुआ है। उन्हें इस बात का गर्व है कि उनके पास देश में जारी किए गए सभी स्मारक सिक्के मौजूद है।


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