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𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐃𝐞𝐬𝐤 : हरियाणा सरकार ने जारी की मॉक ड्रिल को लेकर ADVISORY - क्या करे - क्या ना करे।

 Haryana मॉक ड्रिल - सलाह




HARYANA DIGITAL DESK || सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल के लिए, जनता से निम्नलिखित सुनिश्चित करने का आग्रह किया जाता है:

ड्रिल से पहले:

रात को अपना फोन और पावर बैंक चार्ज कर लें।

बुनियादी सामान/आपातकालीन आपूर्ति तैयार रखें:

बैटरी/सौर ऊर्जा से चलने वाली फ्लैशलाइट/टॉर्चरेडियोग्लो स्टिक

वैध आईडी कार्ड

परिवार की आपातकालीन किट तैयार रखें: पानीसूखा भोजनबुनियादी दवाइयाँ।


अलर्ट के बारे में जागरूकता:

सायरन सिग्नल सीखें (जैसे लंबा निरंतर = अलर्ट: छोटा = सब साफ)

आधिकारिक अपडेट के लिए रेडियो/टीवी देखते रहें (जैसे आकाशवाणीदूरदर्शन)


सुरक्षित क्षेत्र की तैयारी:

आश्रय के रूप में सुरक्षित आंतरिक कमरे या तहखाने की पहचान करें।

पारिवारिक अभ्यास का अभ्यास करें: लाइट बंद करें, 1-2 मिनट के भीतर सुरक्षित क्षेत्र में इकट्ठा हों।



आपातकालीन नंबर नोट करें:

* - पुलिस: 112

* - अग्नि: 101

* - एम्बुलेंस: 120


शाम 7 से 8 बजे तक लिफ्ट का उपयोग न करें। लिफ्टों को निष्क्रिय कर दें ताकि ब्लैकआउट के दौरान कोई असुविधा न हो।

बुजुर्गों/ बच्चों को पहले से सूचित/तैयार करें।


अभ्यास के दौरान:

अगर आपको हवाई हमले के सायरन या घोषणाएँ सुनाई दें - "यह एक अभ्यास है" तो घबराएँ नहीं।

पुलिसस्कूल अधिकारियोंया बिल्डिंग सुरक्षा या किसी अन्य सरकारी प्राधिकरण के निर्देशों का पालन करें

तुरंत सुरक्षित क्षेत्र में इकट्ठा हों।


ब्लैकआउट के दौरान:

घर के अंदर रहें और खिड़कियों से दूर रहें। अगर आप गाड़ी चला रहे हैंतो अपने वाहन को किनारे पर पार्क करें और लाइटें बंद कर दें। जहाँ हैं वहीं रहें और इधर-उधर न जाएँ।


अलर्ट के दौरान सभी इनडोर और आउटडोर लाइटें बंद कर देंजिसमें इन्वर्टर या वैकल्पिक बिजली आपूर्ति को डिस्कनेक्ट करना शामिल है। • ब्लैकआउट की घोषणा होने/सायरन चालू होने पर गैस/बिजली के उपकरण बंद कर दें।


यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि बच्चोंबुजुर्गों और पालतू जानवरों की हर समय निगरानी की जाए

खिड़कियों के पास फोन या एलईडी डिवाइस का इस्तेमाल न करें।


मोटे पर्दे का इस्तेमाल करें या खिड़कियों को कार्डबोर्ड/पैनल से ढकें।

व्हाट्सएप या सोशल मीडिया पर असत्यापित जानकारी न फैलाएँ।


 

ड्रिल के बाद :

जब तक अन्यथा निर्देश न दिया जाएसामान्य गतिविधि फिर से शुरू करें।

अपनी प्रतिक्रिया स्थानीय आरडब्ल्यूए या प्रशासन के साथ साझा करें।

अपने आस-पास के बच्चों या बुजुर्गों से बात करें - उन्हें आश्वस्त करें कि यह सिर्फ़ तैयारी का उपाय था।


नोट: यह मॉक ड्रिल अभ्यास चिकित्सा प्रतिष्ठानों
यानी अस्पतालों और नर्सिंग होम पर लागू नहीं होता है। हालाँकिउन्हें ड्रिल के दौरान सभी खिड़कियों को मोटे पर्दों से ढकना चाहिए और सतर्क रहना चाहिए।

        
ड्रिल का उद्देश्य नागरिक आबादी को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार करना और ऐसी विकट स्थिति के दौरान बड़े पैमाने पर दहशत की संभावना को कम करना है।


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