मुवावजा वितरण की RTI से मांगी गई थी जानकारी
2017 में बरसात के कारण खराब हुई खरीफ की फसलों के लिए जींद जिले में बांटा गया था 17 करोड़ से ज्यादा का मुवावजा
मुवावजा वितरण की RTI से मांगी गई थी जानकारी
RTI की जानकारी नही देने पर राज्य सूचना आयोग ने तत्कालीन तहसीलदार पर लगाया था 25000 का जुर्माना
लेकिन तीन साल से धक्के खा रहे किसान को अभी तक नही मिली है जानकारी
किसान का कहना अधिकारी पर जुर्माने से उनको कोई मतलब नही आयोग को देनी चाहिए जानकारी
कहा जानकरी देने की बजाय RTI को डिस्पोज़ ऑफ कर दिया है जिससे बड़ा फ्रॉड नजर आता है
किसान का कहना है कि नियमो को ताक पर रखकर बांटा गया है मुवावजा
कहा असली लाभार्थियों को लाभ न मिलकर फर्जी लोगो को बांटा गया है मुवावजा
कहा सूचना आयोग भी बन चुका है पंगु , जहा सरकार की बदनामी होती है उसकी किसान को नही मिलती है जानकारी
कहा इस फ्रॉड में तत्कालीन डीसी समेत बड़े अधिकारी शामिल
जुलाना के
खैरन्टी गांव के सूरजमल नैन ने लगाई थी RTI जिसको जानकारी देने के बजाय रद्दी में फेंक दिया है