कृषि विधेयको के विरोध व किसानो आंदोलन के समर्थन में कांग्रेसी कार्यकताओ ने फूंका सरकार का पुतला
लेकिन देश में इस समय तानाशाही सरकार का शासन है, जो व्यापारियो व
पूंजीपतियो की सरकार है। इन कानूनो की आड़ में भी सरकार पंूजीपतियों को लाभ
पहुंचाने की कोशिश में है। लेकिन किसान अब अपने हको के लिए जाग चुका है और सरकार
की नीति भी समझ चुका है। कांग्रेस पार्टी किसानो के इस आंदोलन में उनका हर कदम पर
साथ देगी और किसानो के साथ साथ कांग्रेस पार्टी भी इस कानून को वापिस लेने की मांग
सरकार से कर रही है।
सरकार ने अगर जल्द से जल्द इस पर किसानो के हित में कोई निर्णय
नहीं लिया तो धीरे धीरे पूरे देश का किसान अपने परिवार सहित सडक़ो पर होगा। जिसके
बाद सरकार को इस आंदोलन को रोकना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए सरकार समय रहते चेते और
किसानो की मांगो को पूरा करे। मौके पर विशाल सैनी, उमेश बुबका, गुरमीत सढूरा, देवेन्द्र लक्की, सुरेश बुबका, ताराचंद बुबका, निरंजन पोटली, रामचन्द्र रादौर, सतीश अलीपुरा, रमेश राणा, रणबीर सिंह, नरेन्द्र सिंह
इत्यादि मौजूद थे।