हरियाणा के डीजीपी की साफ शब्दों में बदमाशों को चेतावनी सुधर जाओ या फिर हरियाणा छोड़कर दो
हरियाणा पुलिस द्वारा संगठित अपराध से निपटने के लिए गठित स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने वर्ष 2020 के दौरान 105 मोस्ट वांटेड अपराधियों सहित जघन्य अपराध में शामिल 22 अन्य इनामी बदमाशों को काबू कर उनके अंजाम तक पहुंचाया है। साथ ही भारी मात्रा में अवैध हथियार व नशीला पदार्थ जब्त कर ऐसे अवैध धंधों में लगे कारोबारियों पर भी नकेल कसी है।
डीजीपी का कहना है कि एसटीएफ के नियंत्रण व दबाव के
कारण अधिकांश बदमाश हरियाणा को छोड़कर जा रहे हैं।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हरियाणा, मनोज यादव ने आज यहां खुलासा करते हुए बताया कि एसटीएफ ने सालभर आपराधिक तत्वों और संगठित गिरोह पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है। गिरफ्तार किए गए 22 इनामी बदमाशों पर पुलिस द्वारा 10,000 रुपये से लेकर 2.5 लाख रुपये तक का इनाम था। डीजीपी ने अपराध पर लगाम लगाने के लिए एसटीएफ चीफ अमिताभ सिंह ढिल्लों, डीआईजी एसटीएफ सतीश बालन और उनकी पूरी टीम की सराहना की।
- नामचीन बदमाश सीधे रहे पुलिस के निशाने पर..
अपराध जगत के कुछ कुख्यात व नामी अपराधियों का खुलासा करते
हुए डीजीपी ने बताया कि साल 2020 में एसटीएफ ने कुख्यात अपराधियों व संगठित गिरोह पर बड़े
पैमाने पर कार्रवाई करते हुए राजू बसोदी, राजेश रक्बर, अशोक उर्फ सोकी, इमरान, सोहित रेंचो, मनीष बाबा और
विक्की गर्ग जैसे मोस्ट वांटेड और इनामी अपराधियों को गिरफतार किया। अकेले
हरियाणा पुलिस द्वारा इनकी गिरफ्तारी पर 10 लाख रुपये से अधिक
का इनाम था। गिरफ्तार अपराधियों में से राजू बसोदी हत्या, हत्या का प्रयास, जबरन वसूली, डकैती आदि के 30 से अधिक मामलों
में फरार आरोपी था, जो थाईलैंड से अपने गिरोह का संचालन कर रहा था।