लोगो में कर्मचारियो की कार्यप्रणाली को लेकर रोष, उच्चाधिकारियो से कार्रवाई की मांग
स्थानीय लोग तो आसानी से सीएससी सेंटर पर चले जाते है लेकिन जो
लोग गांवो से आते है या फिर महिलाएं है उन्हें अधिक परेशानी होती है। कर्मचारियो
की मनमर्जी से लोगो में उनके प्रति रोष देखा जा रहा है। लोगो की मांग है कि तहसील
परिसर में आने वाले लोगो को यही प्रमाण पत्र बनवाने की सुविधा का लाभ दिया जाए।
रादौर तहसील से जुड़े ग्रामीण विकास, अशोक कुमार, प्रवीन, कपिल, दिनेश इत्यादि ने
बताया कि रादौर तहसील में इन दिनो कर्मचारी अपनी मनमर्जी से कार्य कर रहे है। आय
प्रमाण पत्र, रिहायशी प्रमाण पत्र व जाति प्रमाण पत्र इत्यादि बनवाने के लिए
जब कोई भी व्यक्ति तहसील में आता है तो वहां मौके पर मौजूद कर्मचारी उन्हें वहां
से यह कहकर वापिस लौटा देते है कि वह इसके लिए सीएससी सेंटर पर जाए। जबकि सरकार की
ओर से यह सुविधा तहसील परिसर में भी उपलब्ध करवाई गई है लेकिन केवल काम से बचने के
लिए कर्मचारी ऐसा कर रहे है।
स्थानीय लोग तो फिर भी बिना किसी परेशानी के कर्मचारियो के कहने
पर शहर में बने सीएससी केन्द्रो पर जाकर अपना कार्य करवा लेते है लेकिन जो लोग
गांव से आते है उन्हें रादौर में सीएससी केन्द्रो के बारे पूर्ण जानकारी नहीं है।
वहीं कुछ महिलाएं भी होती है जो कि पैदल सीएससी केन्द्र को तलाशने फिर वहां तक तक
पहुंचने में असमर्थ होती है। ऐसे में उन्हें भारी परेशानियो का सामना करना पड़ता
है। गुजारिश करने पर भी मौजूद कर्मचारी उनका कार्य तहसील परिसर में नहीं करते।
लोगो की मांग है कि इस बारे संबंधित कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएं और
लोगो को इस सुविधा का लाभ तहसील परिसर में ही दिया जाए।
-सुरेश कुमार, तहसीलदार रादौर
मामला
उनके संज्ञान में नहीं है। अगर ऐसा हो रहा है तो वह इसकी जांच करेगें और संबंधित
कर्मचारी को हिदायत भी देगें। ताकि भविष्य में लोगो को परेशानी न हो।