Type Here to Get Search Results !

ad

ADD


 

चंडीगढ़ - किसानों के सम्मान में नौजवान मैदान में : दीपेंद्र हुड्डा

दीपेंद्र हुड्डा ने यूथ कांग्रेस द्वारा आयोजित संसद घेरावमें हजारों की तादाद में उमडे़ नौजवानों से किसान के संघर्ष में साथ आने की अपील की


City Life Haryanaचंडीगढ़ :  तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आज भारतीय युवा कांग्रेस द्वारा आयोजित संसद घेरावमें हजारों की तादाद में उमड़े नौजवानों को संबोधित करते हुए सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि किसानों के सम्मान में नौजवान मैदान में हैं। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने किसानों के समर्थन में भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. और हरियाणा यूथ कांग्रेस अध्यक्ष सचिन कुंडू को इस सफल व बेहतरीन कार्यक्रम आयोजित करने की बधाई दी।

उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानून लागू करना भाजपा सरकार की ऐतिहासिक भूल है। देश के किसान पर हो रहे इस अत्याचार को कोई नहीं भूल सकता और देश का किसान व नौजवान भाजपा को कभी माफ नहीं करेगा। उन्होंने किसानों के हक की इस लड़ाई में नौजवानों, आम लोगों से एक होकर साथ जुड़ने की अपील की। दीपेंद्र हुड्डा ने यह भी कहा कि जिन बड़ी कंपनियों ने तीन कृषि कानूनों की आड़ में किसान की फसल को काबू करके अपने गोदामों में भरने का सपना संजोया है वो सारे सपने धरे रह जायेंगे।

किसानों के समर्थन में उमड़े युवाओं को संबोधित करते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने इस बात पर आश्चर्य और दुःख जताया कि राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर भाषण देते समय प्रधानमंत्री ने किसानों के संघर्ष का मजाक उड़ाया। लेकिन, इस शांतिपूर्ण किसान आंदोलन में करीब 200 किसानों की जान चली गयी उस पर सहानुभूति के दो शब्द तक नहीं बोले। किसान कितना दुःखी है इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि 200 के करीब किसानों की जान चली गयी बावजूद इसके वो ठंड में खुले आसमान की छत के नीचे रात काटने को मजबूर हैं।

उन्होंने आगे कहा कि आज हर वर्ग समझ चुका है कि इन तीनों कृषि कानूनों से केवल किसानों का ही नहीं बल्कि हर वर्ग का नुकसान है। चंद धनवानों को छोड़कर कोई भी आज इन कानूनों का समर्थन नहीं कर रहा है। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार कान खोलकर सुन ले कि किसान धरती को अपनी मां मानता है। उसकी जमीन छीनने के लिये चाहे कितने ही षड्यंत्र हों वो अपनी जमीन किसी हाल में छीनने नहीं देगा। चाहे इसके लिये उसे कितनी ही बड़ी कुर्बानी देनी पड़े। जो चंद धनाड्य लोग किसान की जमीन पर टेढ़ी नजर रखे हुए हैं वो अपने मंसूबों में कभी कामयाब नहीं होंगे।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Below Post Ad


ADD


 

ads