बहुचर्चित रेलूराम पुनिया हत्याकांड का दोषी गिरफ्तार
हम आपको बता दे कि हरियाणा के बरवाला से तत्कालीन विधायक रेलूराम पुनिया समेत उनके परिवार के नौ लोगों की हत्या के दोषी उनके दामाद को एसटीएफ की टीम ने उत्तर प्रदेश के मेरठ से गिरफ्तार कर यमुनानगर सीआईए टू की टीम के हवाले कर दिया है। रेलू राम पुनिया के दामाद संजीव और उनकी बेटी सोनिया को हिसार की अदालत ने 9 लोगों की हत्या के मामले में फांसी की सजा सुनाई थी। हाई कोर्ट में याचिका लगाने पर हाईकोर्ट ने जिसे आजीवन कारावास की सजा में बदल दिया था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट में मामला पहुंचने पर फिर से इन दोनों को फांसी की सजा सुनाई गई थी ।
मई 2018 में मकान की मरम्मत के बहाने संजीव ने पैरोल ली थी और वह 28 दिन के लिए घर आया था और 31 मई 2018 को उसने जेल वापस जाना था लेकिन वह नहीं पहुंचा जिसके चलते सरकार ने उस पर एक लाख का इनाम भी घोषित किया था ।स्पेशल टास्क फोर्स काफी समय से संजीव की तलाश में थी और अब दोषी को उत्तर प्रदेश के मेरठ से गिरफ्तार किया गया है जिसे एसटीएफ ने यमुनानगर सीआईए टूट के हवाले किया है ।
इंचार्ज महरूफ अली ने बताया कि संजीव की तलाश के लिए लगातार टीमें लगी हुई थी। जैसे ही एसटीएफ की टीम को सूचना मिली कि वह मेरठ में छुपा हुआ है, वहां रेड की गई तो टीम ने उसे काबू किया।आपको बता दें कि 24 अगस्त 2001 को रेलू राम पुनिया के दामाद और बेटी ने पुनिया के अलावा उनकी पत्नी कृष्णा बेटे सुनील बहु शकुंतला बेटी प्रियंका 4 साल के पोते लोकेश ढ़ाई साल की पोती शिवानी और डेढ़ महीने की प्रीति की हत्या कर दी थी। जिस मामले में हिसार के जिला सत्र न्यायाधीश ने दोषियों को फांसी की सजा सुनाई थी ।
फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद अंबाला जेल में रहते हुए संजीव और सोनिया ने जेल ब्रेक करने का प्रयास किया था। जेल में सुरंग बना डाली थी उसके बाद इन दोनों को यमुनानगर जेल में शिफ्ट कर दिया गया । लेकिन मई 2018 में वह फर्जी तरीके से पैरोल लेकर फरार हो गया था । सीआईए टीम का कहना है कि आरोपी को कल कोर्ट में पेश किया जाएगा वही आपको बता दें कि संजीव की पैरोल कराने में शामिल 5 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया था।