Government that talks about values, culture and Sanskrit has done grave injustice to PGT Sanskrit teachers- Hooda
BY: Ran
Singh Chauhan
Former Chief
Minister and Leader of Opposition Bhupinder Singh Hooda
-रोजगार देने की
बजाय छीनने और भर्ती करने की बजाय कैंसिल करने में लगी है सरकार
-बेरोजगार ही नहीं
खिलाड़ियों के साथ भी खिलवाड़ कर रही है बीजेपी-जेजेपी सरकार
-बीजेपी ने किया 'पदक लाओ, पद पाओ' नीति का बंटाधार, खिलाड़ियों को
नहीं दिया उनका हक़
जनवरी 2019 में इस भर्ती का फाइनल रिजल्ट आ चुका था। युवा ज्वाइनिंग का इंतज़ार कर रहे थे। लेकिन सरकार लगातार ज्वाइनिंग को लेकर टालमटोल करती रही। अभ्यार्थियों ने धरने, प्रदर्शन और भूख हड़ताल तक की। लेकिन, सरकार ने ज्वाइनिंग नहीं करवाई। हुड्डा ने कहा कि उनकी तरफ से भी बार-बार इन युवाओं को ज्वाइनिंग देने की मांग उठाई गई लेकिन, हर बार सरकार ने इस मांग को अनदेखा किया और अब इस भर्ती को ही रद्द कर दिया।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने नसीहत देते हुए कहा कि सरकार का काम भर्तियां करना होता है, उन्हें रद्द करना नहीं। सरकार का काम युवाओं को रोजगार देना होता है, रोजगार छीनना नहीं। लेकिन बीजेपी-जेजेपी सरकार ने मानो रोजगार छीनने की मुहिम चला रखी है। पीजीटी संस्कृत से पहले ये सरकार 1983 पीटीआई, ड्राइंग टीचर्स और 1500 ग्रुप-डी स्पोर्ट्स कोटे के कर्मचारियों का रोजगार छीन चुकी है। सरकार नौकरियों में इजाफा करने की बजाय छंटनी करने में लगी हुई है। यही वजह है कि हरियाणा पूरे देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर झेल रहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार सिर्फ बेरोजगार ही नहीं खिलाड़ियों के साथ भी खिलवाड़ कर रही है। खिलाड़ियों को रोजगार देने की बजाए लगातार खेल नीति में बदलाव किया जा रहा है। सरकार ने खेल नीति में नया बदलाव करते हुए अब फैसला लिया है कि पदक विजेता खिलाड़ियों को अब एससीएस और एचपीएस नहीं लगाया जाएगा। जबकि सच ये है कि बीजेपी सरकार पहले दिन से ही देश और प्रदेश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों की अनदेखी कर रही है। कांग्रेस सरकार में शुरू की गई 'पदक लाओ, पद पाओ' नीति का बीजेपी सरकार में पूरी तरह बंटाधार कर दिया गया और खिलाड़ियों को उनके हक़ों से वंचित रखा गया।