2017 प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आवेदन किया था
रादौर निवासी उर्मिला ने बताया कि 2017 में जब प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आवेदन
मांगे गए थे तब उन्होनें भी अपने पति प्रवीन कुमार के नाम से इस योजना में आवेदन
किया था। जिसकी रशीद उनके पास है। जब नगरपालिका में आवेदन करने वालो की सूची आई तब
उनके पास एक फोन कॉल भी आई थी कि आपका आवेदन स्वीकार हो चुका है और वह अपने जरूरी
कागजात पूरे करवा दे। तब वह नपा कार्यालय आए और जरूरी कागजात बारे जानकारी ली। कुछ
दिन बाद जब वह दोबारा नपा कार्यालय आए तो उन्हें बताया गया कि उनका नाम अभी सूची
में नहीं है कुछ दिन बाद दूसरी सूची आएगी उसमें आपका नाम आ जाएगा। लेकिन आज तक
उनका नाम इस सूची में दर्ज नहीं हुआ है।
जिसको लेकर वह बार बार नपा कार्यालय के चक्कर लगाने पर विवश है।
मकानो की हालत दयनीय हो चुकी है। लेकिन उनके पास इतनी धनराशि मौजूद नहीं है कि वह
मकान की मुरम्मत तक करवा सके। उम्मीद थी प्रधानमंत्री आवास योजना से उनकी यह
समस्या हल हो जाएंगी लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। अब अधिकारी उन्हें दोबारा आवेदन
करने के लिए कह रहे है लेकिन आवेदन कब होगें इस बारे कोई जानकारी नहीं है। जिससे
उनकी समस्या बढ़ गई है। उन्होंने जिला उपायुक्त से मांग की कि उसकी इस समस्या का
समाधान करवाया जाए।
-संदीप शर्मा, एम.ई नपा रादौर
सूची
में अगर नाम होता तो वह आगामी प्रक्रिया चलाते। लेकिन अब आवेदनकर्ता का नाम सूची
में ही नहीं है जिससे अब कोई कार्रवाई नहीं हो सकती। उन्हें दोबारा आवेदन होने पर
ही इसका लाभ मिल सकता है।