शहीद उधमसिंह की 18 फुट ऊंची प्रतिमा भी इसी दिन कांबोज धर्मशाला में स्थापित की जाएगी
राजिन्द्र रादौरी व कमल चमरोड़ी ने बताया कि 1919 में बैशाखी के दिन
जब जरनल डायर ने निहत्थे मासूम लोगो पर गोलियां चलवाई थी तो उधमसिंह ने प्रतिज्ञा
की थी कि वह जरनल डायर को मौत के घाट उतारेगा। अपने इस प्रण को पूरा करने के लिए
वह विदेश की धरती पर पहुंचा और अपना प्रण पूरा करते हुए जरनल डायर को 13 मार्च 1940 को मौत के घाट उतारकर अपने देश के लोगो का बदला दिया। इसलिए हर
वर्ष 13 मार्च को शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। कांबोज धर्मशाला
की ओर से इस वर्ष रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें सैंकड़ो की
संख्या में रक्तदान रक्तदान करेगें।
मौके पर मामराज बुबका, सचिन कांजनू, जयप्रकाश कांजनू, शिवकुमार, जयपाल चमरोड़ी, राजेश रादौरी, जोगिन्द्र चमरोड़ी, हेमराज कुंजल, रणबीर मंधार, सुलेख चंद, धर्मसिंह बुबका, राजिन्द्र दोहली व
विपिन चमरोड़ी इत्यादि मौजूद थे।