InternationalGeetaFestival-Kurukshetra
City
Life Haryana।कुरुक्षेत्र : गुरु शरणानंद
जी महाराज ने गीता संग्रहालय एवं म्यूजियम के बनने की शुभकामनाएं देते
हुए कहा कि शास्त्रों में ज्ञान को सबसे अधिक महत्व दिया गया है और वेदों
से भी ज्ञान की प्राप्ति होती है। जब ज्ञान रुपी प्रकाश प्रत्येक मानव
में नजर आएगा तो निश्चित ही उसमें निर्णय लेनी की शक्ति भी पैदा होगी। इस
ज्ञान रुपी प्रकाश को ग्रहण करने के लिए प्रत्येक मानव को पवित्र ग्रंथ गीता
के उपदेशों को अपने जीवन में धारण करना चाहिए।
इन उपदेशों में
ही पूरी
दुनिया की दुविधाओं का हल समाहित है। इसलिए बार-बार कहा गया है कि गीता
का अनुरसरण करने से प्रत्येक मानव में विवेक की जागृति होगी और आत्म विश्वास
पैदा होगा। उन्होंने पवित्र ग्रंथ गीता को प्रेरणा मार्गदर्शक बताते
हुए यज्ञ औ तप के मार्ग पर चलने का अनुरोध करते हुए कहा कि गीता रुपी दीपक
को प्रज्जवलित करना चाहिए। यह दीपक कुरुक्षेत्र की धरा ज्योतिसर में पवित्र
ग्रंथ गीता के रुप में प्रकाशमय हुआ जो आज पूरे विश्व को ज्ञान रुपी प्रकाश
देने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र
भी पूरे विश्व को ज्ञान का प्रकाश देने में अपनी अहम भूमिका अदा करेगा।