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Kurukshetra - बेटियों को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा और संस्कारों का ज्ञान जरुरी : उमा

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर औद्योगिक शिक्षण संस्थान उमरी में हुआ कार्यक्रम का आयोजन

उत्कृष्ठ कार्य करने वाली महिलाओं को किया सम्मानित


City Life Haryanaकुरुक्षेत्र :  नगर परिषद की अध्यक्षा उमा सुधा ने कहा कि बेटियों को सशक्त बनाने के लिए अच्छी शिक्षा और संस्कारों की निहायत जरुरत है। इस क्रांतिकारी परिवर्तन के लिए सभी के सांझे प्रयासों की जरुरत है। इतना ही नहीं जब बेटियां शिक्षित होंगी तभी आर्थिक रुप से सशक्त बन पाएगी। सरकार द्वारा भी निंरतर महिलाओं के उत्थान के लिए विभिन्न योजनाओं को अमलीजामा पहनाने का कार्य किया जा रहा है ताकि महिला समाज में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर सके।

नप अध्यक्षा उमा सुधा सोमवार को राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान उमरी के प्रांगण में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि के रुप में बोल रही थी। इससे पहले नप अध्यक्षा उमा सुधा ने विधिवत रुप से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस दौरान नप अध्यक्षा उमा सुधा ने उत्कृष्ठï कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया और संस्थान के प्रांगण में पौधारोपण किया। नप अध्यक्षा ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के इस विशेष दिवस सभी को महिलाओं के प्रति चिंतन करने की निहायत जरुरत है। देश की आजादी के बाद और हरियाणा के गठन के लगभग 54 सालों में समाज बहुत आगे पहुंच गया है। इस दौर में पर्दा प्रथा, सती प्रथा, दहेज प्रथा समाप्त हुई है। इस कार्य में मां-बाप का सबसे बड़ा योगदान है।

उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के पीछे पुरुषों का बहुत बड़ा योगदान है, लेकिन आज भी सामाजिक स्तर पर चेतना में परिवर्तन लाना बहुत जरुरी है। अभी भी महिलाओं को सशक्त बनाने में क्रांतिकारी परिवर्तन लाया जाना बाकी है। दुनिया भर में हर साल 8 मार्च का दिन अंतर्रांष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। महिलाओं की आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक सहित विभिन्न क्षेत्रों में भागीदारी बढ़ाने और अधिकारों के प्रति जागरूक बनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इसके साथ ही इस दिवस को मनाने के पीछे एक कारण विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय महिलाओं के प्रति सम्मान प्रकट करना भी है।

आईटीआई उमरी के प्रिंसीपल भूपेन्द्र पाल ने मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि महिलाओं का सशक्त बनाने के लिए लडक़ों और लड़कियों के फर्क को मिटाना होगा। उन्होंने नप अध्यक्षा उमा सुधा के जीवन पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि आज की बेटियों को नप अध्यक्षा के जीवन से प्रेरणा लेने की जरुरत है। इस मौके पर परविन्द्र पोपली, सतीश कुमार, मोहन लाल, पवन कुमार, मीना रानी, निर्मल, स्नेह लता, दर्शना, मनीषा, सपना, रमना, देव किशन, जीवन मोदगिल सहित संस्थान का अन्य स्टाफ मौजूद था। 

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