कहा - प्रदेश के
अस्पतालों में नहीं होने देंगे ऑक्सीजन कमी
- प्रदेश में ऑक्सीजन की 200 मीट्रिक टन की उपलब्धता
- 240 मीट्रिक टन ऑक्सीजन के लिए केंद्र को
भेजा आवेदन
- कोरोना संकट के समय प्रदेश की स्वास्थ्य
सेवाएं बेहतर ढंग से कर रही है कार्य
City
Life Haryana।रोहतक: मुख्यमंत्री मनोहर
लाल ने कहा कि कोरोना महामारी के संकट को देखते हुए प्रदेश के लोगों के लिए हमारी
स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर ढंग से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसी
भी कोरोना संक्रमित मरीज को ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी जाएगी। मुख्यमंत्री रोहतक
के पीजीआईएमएस में कोरोना वायरस मरीजों के लिए आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा
लेने के बाद हेलीपेड पर जिला के पत्रकारों के साथ वार्ता कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा राज्य के
लिए 162 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का कोटा निर्धारित है हमने इस कोटे को
बढ़ाकर 200 मीट्रिक टन तक किया है। इसके अतिरिक्त 240 मीट्रिक टन
ऑक्सीजन के लिए केंद्र सरकार को आवेदन किया है। उन्होंने कहा कि 5 मीट्रिक टन
लिक्विड ऑक्सीजन उद्योगपति नवीन जिंदल ने भेजने की बात कही है और उन्होंने कहा है
कि हम प्रदेश की जनता के लिए ऑक्सीजन की कमी नहीं होने देंगे।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के संकट
को देखते हुए पीजीआईएमएस, रोहतक में अतिरिक्त 650 बेड की व्यवस्था की जा रही है जबकि पहले पीजीआईएमएस में
कोरोना मरीजों के लिए 350 बेड की व्यवस्था थी अब कुल मिलाकर एक हजार बेड पीजीआइएमएस
रोहतक में कोरोना मरीजों के लिए बैड उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के
विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में 1250 बेड की व्यवस्था और की जा रही है तथा 500-500 बेड की व्यवस्था
करने के लिए जगह चिन्हित कर ली गई है। आने वाले तीन-चार दिनों में वहां ढांचा खड़ा
हो जाएगा और जल्द ही यह सभी बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए उपलब्ध होंगे।उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों में अधिक
से अधिक मरीज भर्ती करने के मामले में पूछे गए मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए कहा
की हम प्रदेश स्तर पर निजी अस्पतालों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं ताकि निजी अस्पताल
उनकी क्षमता से अधिक पेशेंट भर्ती ना कर सकें और लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों के
लिए ऑक्सीजन सप्लाई बनी रहे, इसकी कोशिश जारी है।
उन्होंने कहा कि ऐसे कोरोना संक्रमित
मरीज जिन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं है वह सभी अपने घर में आइसोलेशन में रहे और
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से उन्हें एक स्वास्थ्य किट दी जा रही है ताकि वे सभी घर
पर अपना सही तरीके से ख्याल रख सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट की इस घड़ी में
प्रदेश के लोगों के साथ पूरा प्रशासन और प्रदेश की जनता स्वयं भी मिलकर कार्य करें
ताकि हम सब मिलकर इस महामारी को हरा सके।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इससे पहले पी
जी आई एम एस रोहतक में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली और उनसे कोरोना महामारी से
निपटने के लिए किए जा रहे कार्यों की रिपोर्ट प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने संस्थान
में उपचाराधीन मरीजों की सुविधाओं के बारे में भी हेल्थ यूनिवर्सिटी के कुलपति से
रिपोर्ट प्राप्त की और उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किए। बैठक में
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पीजीआईएमएस, रोहतक के चिकित्सकों से ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता होने, आई सी यू व
दवाइयों के बारे में विस्तार से जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए।
हेल्थ यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ ओ पी कालड़ा ने बैठक में मुख्यमंत्री को सभी
सुविधाओं के बारे में बताया। इसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लाला श्याम लाल
बिल्डिंग का निरीक्षण किया।
इस अवसर पर नगर निगम के मेयर मनमोहन गोयल, राज्य के पूर्व
मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर, जिला उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार, जिला पुलिस
अधीक्षक राहुल शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल, एसडीएम राकेश
कुमार सैनी, सांपला की एसडीएम श्वेता सिहाग, मुख्यमंत्री के
ओएसडी गजेंद्र फौगाट, सिविल सर्जन डॉ. अनिल बिरला, उपसिविल सर्जन केएल मलिक, हेल्थ यूनिवर्सिटी
के कुलपति डॉक्टर ओपी कालडा, पीजीआईएमएस रोहतक की चिकित्सा अधीक्षक डॉ पुष्पा दहिया, डीएमएस डॉ संदीप, कंट्रोल रूम के
इंचार्ज डॉ वरुण अरोड़ा, डॉ हरनीत सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
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