Haryana Health Minister Sh. Anil Vij Presiding over review meeting of State level monitoring committee on Covid-19 at Chandigarh. Chief Secretary Sh. Vijay Vardhan and other senior officers are also seen in the picture.
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Haryana
Health Minister Sh. Anil Vij |
विज ने आज राज्य स्तरीय कोविड निगरानी समिति एवं जिला उपायुक्तों की विडियो कांफ्रेसिंग से बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हमें प्रदेश के प्रत्येक कोविड मरीज को बचाने का प्रयास करना है। इसके लिए हम हर आवश्यक प्रबन्ध करेंगे। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश जिस मरीज की कोविड के कारण मृत्यु हो जाती है उसका अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत उसी दिन करवाने की व्यवस्था सुनिश्चित करे। इसके लिए अतिरिक्त शमशान भूमि का भी आवश्यकता अनुसार चयन करें। इसके अलावा डायल-112 की 20-20 गाडियां भी हर जिले में भेजी जा रही हैं, जिनका जरूरत के अनुसार उपयोग करें।
स्वास्थ्य मंत्री ने उपायुक्तों को कहा कि वे अपने जिलों में जिला स्तरीय कोविड निगरानी समिति का गठन करें, जिसमें विभिन्न विभागों सहित जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सचिव भी शामिल किए जाएं। उन्होंने सभी सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि वे अपने क्षेत्र में होम आइसोलेशन में उपचाराधीन मरीजों की प्रत्येक दूसरे दिन घर पर जाकर जांच कराने की व्यवस्था करें तथा उन्हें दवाइयां, आयुष किट और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाएं। इसके साथ ही मरीजों को नियमित परामर्श के लिए चिकित्सकों के नाम एवं फोन नम्बर अखबारों में प्रकाशित करवाएं ताकि होम आईसोलेशन में रह रहे कोविड मरीज उनसे सम्पर्क कर सकें।
विज ने सभी उपायुक्तों एवं पुलिस
अधीक्षकों को सभी निजी व सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के
निर्देश दिए। इसके साथ ही उपायुक्तों को अपने जिलों में अस्पतालों या अन्य स्थलों
पर बैड क्षमता को बढ़ाने को कहा है ताकि कोई भी मरीज उपचार से वंचित न रहे।
उन्होंने बताया कि राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में क्रिटिकल कोरोना केयर
सैंटर बनाए जा रहे हैं। इसके साथ ही इनमें चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए
मेडिकल महाविद्यालयों में पढ़ रहे करीब 1400 पीजी और एमबीबीएस अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को तुरन्त
जिलों में लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय मेडिकल संघ से भी चिकित्सक भेजने
की अपील की गई है।
गृहमंत्री ने उपायुक्तों को कहा कि वे
अपने क्षेत्रों में सभी उद्योगों से ऑक्सीजन सिलेंडर एकत्र करें ताकि हम अधिक से
अधिक ऑक्सीजन का भंडारण कर सकें। प्रदेश के कोविड मरीजों की जरूरतों को पूरा करने
के लिए आवश्यकतानुसार विदेशों से भी ऑक्सीजन मंगवाई जाएगी।
मुख्य सचिव विजय वर्धन ने उपायुक्तों को
मैक्रो कंटेनमैंट जोन में कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करवाने के निर्देश
दिए। उन्होनें कहा कि उपायुक्त एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी अपने दफतरों से बाहर
निकलें और स्थिति का जायजा लेकर आवश्यक प्रबंध करवाएं। स्वास्थ्य विभाग के
अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि जिलों में उद्योगों को मेडिकल ऑक्सीजन
लाईसैंस 24 घंटे में उपलब्ध करवाएंगे, जिसके लिए उन्होंने शीघ्र आवेदन करवाने
के लिए कहा । राज्य के सरकारी अस्पतालों में वेंटीलेटर की संख्या 94 से बढाकर 141 कर दी गई है।
कोविड मरीजों को अस्पतालों में दाखिल करने व डिस्चार्ज करने के नियम भी जल्द जारी
किए जाएंगे। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के वित्तायुक्त एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव
कौशल ने सभी उपायुक्तों से कोविड प्रबंधन की रिपोर्ट ली और आवश्यक बजट तत्काल जारी
करने की बात कही।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान
सचिव डी एस ढेसी, अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास, अतिरिक्त मुख्य
सचिव चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग आलोक निगम, पुलिस महानिदेशक मनोज यादव, सूचना, जनसम्पर्क एवं
भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल, एचएमएससीएल के प्रबन्ध निदेशक साकेत कुमार, एमडी एनएचएम प्रभजोत
सिंह सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
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