बदमाश झारखंड में ढाबा चलाकर मुरथल के परांठे बेच रहा था
बंदूक की नोंक पर लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था
2004 में पैरोल पर जेल से बाहर आने के बाद से फरार था
हरियाणा पुलिस के एक प्रवक्ता ने आज यहां
यह जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान जिला सोनीपत निवासी
धर्मेंद्र उर्फ राजेश के रूप में हुई है, जो लूट और अपराध के अन्य मामलों में वांछित था। उसने अपने
साथियों के साथ मिलकर साल 2000 में सोनीपत जिले में बंदूक की नोंक पर लूटपाट की घटना को
अंजाम दिया था। इनामी बदमाश को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) यूनिट ने काबू किया।
इस मामले में अदालत ने आरोपी मानते हुए 20 साल की जेल की सजा
सुनाई थी। साल 2004 में पैरोल पर जेल से बाहर आने के बाद से फरार था। गिरफ्तारी
से बचने के लिए वह अपने ठिकाने भी बदल रहा था।
एसटीएफ इकाई ने पिछले साल दिसंबर में इसे
काबू करने के लिए काम करना शुरू किया और गुप्त सूचना एकत्र की। इनामी बदमाश की
लोकेशन बारे सूचना मिलने के बाद, एक टीम झारखंड भेजी गई जहां पता चला कि गिरफ्तार अपराधी
पुलिस से बचने के लिए पहचान बदल कर रह रहा था। झारखंड के सरायकेला खरसावां जिले
में एक ढाबा चलाकर मुरथल परांठे बेचने का काम कर रहा था। सूचना के आधार पर पुलिस
टीम ने उसे काबू कर लिया।
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