विधायकों और अधिकारियों ने स्थिति से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए दिए सुझाव
REPORT BY : RAHUL SAHAJWANI
CITY LIFE HARYANA | यमुनानगर : जिला में कोरोना की नवीनतम स्थिति और संक्रमित लोगों को दी जा रही सुविधाओं पर गहन चर्चा के लिए आज जिला सचिवालय स्थित उपायुक्त कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में विधायक घनश्याम दास अरोड़ा, रादौर के विधायक डॉ. बिशनलाल सैनी, मेयर मदन चौहान, उपायुक्त मुकुल कुमार, नगर निगम आयुक्त धर्मबीर सिंह, पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल, अतिरिक्त उपायुक्त श्रीमती रणजीत कौर, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नवीन आहूजा, एस.डी.एम बिलासपुर जसपाल सिंह गिल तथा सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया सहित अन्य अधिकारियों ने अपने सुझाव दिए।
उपायुक्त ने जनप्रतिनिधियों को कोरोना नियंत्रण के लिए किए गए प्रबंधों की जानकारी दी और बताया कि मांग के अनुरूप आक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए स्थानीय आक्सीजन निर्माताओं व राज्य स्तर पर तैनात नोडल अधिकारी से बफर स्टाक की उपलब्धता के लिए निरंतर तालमेल बनाया हुआ है। उन्होंने बताया कि जिला में राजकीय अस्पतालों के साथ-साथ विभिन्न निजी अस्पतालों में आई.सी.यू. और आक्सीजन सुविधा से युक्त बैडो की उपलब्धता की जानकारी पब्लिक पोर्टल पर दी जा रही है। विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने सुझाव दिया कि सिविल अस्पताल में एक स्क्रीन या बोर्ड लगाया जाए जिस पर प्रतिदिन प्रात: और सायंकाल उपलब्ध बैडों की जानकारी प्रदर्शीत की जाए। सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया ने बताया कि आज प्रातकाल की सूचना के मुताबिक इस समय जिला में 9 आई.सी.यू. बैड और 79 आक्सीजन सुविधा से युक्त बैड उपलब्ध है।
इस बैठक के दौरान इस बात पर भी विशेष बल दिया गया कि यदि मरीजों की संख्या और अधिक तेजी से बढ़ती है तो ऐसी स्थिति से निपटने के लिए आईसोलेशन सैंटर स्थापित करने के लिए उपयुक्त स्थानों का सर्वे तुरंत किया जाए। इसके लिए नगर निगम आयुक्त को यह जिम्मेदारी सौंपी गई कि वह आवश्यक सुविधाओं से युक्त धर्मशालाओं व सामाजिक संस्थाओं के भवनों का सर्वे तुरंत करवाए। सिविल सर्जन ने बताया कि ऐसी स्थिति से निपटने के लिए तेजली खेल स्टेडियम में भी 75 बैड का आईसोलेशन सैंटर बनाया हुआ है जिसमें अभी तक केवल 37 मरीज ही प्राथमिक चिकित्सा ले रहे है। उन्होंने बताया कि इस सैंटर की क्षमता को भी 75 से बढ़ा कर 100 बैड किया जाएगा। विधायक ने कोरोना बिमारी के उपचार के लिए प्रयोग की जा रही रेमडेशिविर टीके की उपलब्धता पर चर्चा की और सिविल सर्जन ने बताया कि सरकार से प्रतिदिन प्राप्त होने वाले 40 टीकों की ड्रग नियंत्रक की देखरेख में इस दवाई के लिए सरकार से अधिकृत दवाई विके्रताओं के माध्यम से उपलब्ध करवाया जा रहा है।
उपायुक्त ने बैठक में बताया कि जिला में अभी तक कोरोना संक्रमण की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और प्रतिदिन समीक्षा के उपरांत सुविधाओं में विस्तार भी किया जा रहा है। उन्होंने जन प्रतिनिधियों से भी अनुरोध किया कि वे अपने सम्पर्क में आने वाले लोगों को भी कोरोना से बचाव के उपायों, टैस्टींग और टीकाकरण के लिए प्रेरित करें। उन्होंने बताया कि विभिन्न प्रचार साधनों के साथ-साथ माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के निर्देशानुसार सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग के माध्यम से होर्डीग्स लगवाए गए है और सभी प्रमुख स्थलों पर पोस्टर भी चसपा करवाए गए है। इसके अतिरिक्त विभाग के प्रचार वाहनों के माध्यम से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अनाउंसमैंट भी करवाई जा रही है। जिला में बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ को नियत्रित करने के लिए धारा 144 के तहत आदेश भी जारी किए गए है।