पॉंच बसों को एम्बूलैन्स में परिवर्तित कर कोरोना मरीजों की देखभाल के लिये किया समर्पित
REPORT BY : RANSINGH CHAUHAN
CITY LIFE HARYANA | यमुनानगर : कोविड-19 महामारी के चलते आज हरियाणा रोडवेज यमुनानगर द्वारा सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया की उपस्थिती में स्वास्थ्य विभाग यमुनानगर को पॉंच बसों को एम्बूलैन्स में परिवर्तित कर कोरोना मरीजों की देखभाल के लिये समर्पित किया गया है। इन एम्बूलैन्सीस् का प्रयोग कोरोना काल में मरीजों के लिये किया जायेगा। इस अवसर पर उनके साथ सिविल अस्पताल यमुनानगर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुनिल कुमार व जी.एम. हरियाणा रोडवेज उपस्थित रहे।
इस बारे जानकारी देते हुये सिविल सर्जन डॉ.दहिया ने बताया कि हरियाणा रोडवेज यमुनानगर डिपो द्वारा पॉंच बसों को एम्बूलैन्स के तौर पर तैयार कर स्वास्थ्य विभाग यमुनानगर को कोविड प्रबंधन के लिये दिया गया है, जिसमें बैडों की व्यवस्था की गई है तथा बैडस् के साथ ऑक्सीजन व अन्य स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था की जा सकती है। उन्होने बताया की रोडवेज द्वारा बसों को कोरोना मरीजों की देखभाल के अनुसार ही परिवर्तित किया गया है तथा कोरोना काल के दौरान यह बसें स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड प्रबंधन के लिये प्रयोग की जायेंगी। सिविल सर्जन ने डिपो यमुनानगर के इस कार्य की सराहना करते हुये कहा है कि स्वास्थ्य विभाग पूर्ण रूप से मरीजों की देखभाल में कार्यरत है तथा इस प्रकार बसों को एम्बूलैन्स बनाने से कोविड मरीजों का समय पर स्वास्थ्य केंद्रों पर स्थानांत्रण किया जा सकेगा। अतः मरीजों को स्वास्थ्य केन्द्रों तक लाने-लेजाने व उच्च स्वास्थ्य केन्द्रों तक एक साथ भेजने में सहायता होगी।
डॉ. दहिया ने कहा कि इस प्रकार ही हम सब एक साथ इस महामारी से लड़ कर इसे हरा सकते हैं। अतः उन्होने सभी जिलावासियों से अपील की है कि सभी कोरोना स्वास्थ्य नियमों का पूर्ण पालन करते रहें, जैसे मास्क का पूर्ण प्रयोग, सामाजिक दूरी बनाये रखें व हाथों को साफ पानी या सैनेटाईजर से साफ करते रहें। इसके साथ ही अपना कोविड वैक्सीनेशन का टीकाकरण अवश्य करायें ताकि हम व हमारा परिवार इस महामारी से बचा रहे। उन्होने कहा की कोविड वैक्सीन के दोनो टिके लगने 14 दिनों बाद व्यक्ति में प्रतिरक्षण क्षमता बनती है, जो लाभार्थी को कोविड-19 की गम्भीर स्थीति उत्पन्न होने से बचाती है, परन्तु टीकाकरण के पश्चात भी हमें उपयुक्त बचाव अर्थात कोरोना स्वास्थ्य नियमों की पालना करते रहनी चाहिये, क्योकि उन्होने बताया कि टीकाकरण का अर्थ यह नहीं है की लाभार्थी को कोरोना ईन्फैक्शन नहीं होगा। टीका लगा होने के कारण कोरोना से होने वाली गम्भीर स्तिथि से बचाव करेगा।