देश में कोरोना महामारी में 1100 डॉक्टरों की जा चुकी है जान, नहीं गया कोई नेता किसी डॉक्टर के घर : आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर राजन शर्मा
विशेषज्ञों और चिकित्सकों की अनदेखी देश को पड़ रही है भारी : डॉक्टर राजन शर्मा
CITY LIFE HARYANA | DESK : आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर राजन शर्मा का कहना है कि देश में कोरोना महामारी में 1100 डॉक्टरों की जान जा चुकी है । इस दौरान कोई नेता डाक्टरों के घर संवेदनाएं प्रकट करने नही गया। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा वैज्ञानिकों, चिकित्सकों और स्वास्थ्य ढांचे की अनदेखी किए जाने के कारण कोविड-19 की दूसरी लहर देश के लिए भारी पड़ रही है।
मीडिया से बातचीत करते हुए आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर राजन शर्मा ने कहा कि डॉक्टर को एक-एक रात में कई कई लोगों की मृत्यु घेषित करना पड़ रहा है। डॉ की लंबी लंबी ड्यूटी हैै, घर से दूर रहना पड़ता है क्या यह तनाव नहीं। उन्होंने कहा कि अभी तक देश में 1100 डॉक्टर साथी कोरोना महामारी में अपनी जान गवा चुके हैं। उन्होने कहा कि सरकार की नजरों में हम एक संख्या भी नहीं है। जब किसी फौजी की वीरगति होती है कई नेता उनके घर जाते हैं क्या कोई राजनेता डॉक्टर के घर गया है।
वही डॉक्टर राजन शर्मा ने कहा कि देश के 400 वैज्ञानिकों ने पीएम को पत्र लिखा, करोना से संबंधित डाटा शेयर करने की मांग कर चुके हैं, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन इस बारे में पत्र लिखे। लेकिन किसी भी पत्र का कोई जवाब नहीं आया। उन्होने कहा कि पहली करोना लहर के बाद सरकार ने सोचा हमने जीत हासिल कर ली है। दूसरी लहर से पहले विश्व भर को पता था लेकिन कोई तैयारी नहीं की गई, लोगो को वैक्सीन,ऑक्सीजन मिली, निशित तौर पर इसकी जिम्मेवारी ली जानी चाहिए थी। सेंट्रल फॉर डिसिज कंट्रोल बॉडी बनाई गई, लेकिन उससे भी किसी ने कोई संपर्क नहीं किया। उन्होने कहा कि वैक्सीन, ऑक्सीजन,दवाइयों की सप्लाई सब केंद्र सरकार की अधीन है। और अब राज्यों को कहा जा रहा है कि वह वैक्सीन के लिए टेंडर भरे। पंजाब सरकार ने टेंडर भरा तो कंपनी ने कहा कि केन्द्र सरकार से बात करो। यह सब लापरवाही ही तो है और इसके लिए कौन जिम्मेवार है।