हरियाणा सरकार का कहना है कि, राज्य में सभी 25962 आंगनवाड़ी केंद्रों पर 50 हजार से ज्यादा कर्मचारी एवं उनकी सहायिकाएं एक्सग्रेसिया के तहत 20 लाख रुपए के कवर के दायरे में लाई गई हैं.
उन्होंने बताया कि
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान
कर दी है, जिससे फ्रंटलाईन वर्कर के तौर पर यदि
किसी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अथवा सहायिका की जान चली जाती है, तो उनके परिजनों को 20 लाख रुपए की राशि दी जाएगी।
हरियाणा सरकार का कहना है कि, राज्य में सभी 25962 आंगनवाड़ी केंद्रों पर 50 हजार से ज्यादा कर्मचारी एवं उनकी सहायिकाएं एक्सग्रेसिया के तहत 20 लाख रुपए के कवर के दायरे में लाई गई हैं। महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा के मुताबिक, यह फैसला कोरोना महामारी के दौर में अग्रिम मोर्चे पर जिम्मेदारी निभाने वाले इन कर्मियों एवं सहायिकाओं के निधन होने की स्थिति में उन्हें आर्थिक मदद मुहैया कराने के उद्देश्य से लिया गया है।
राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विभागीय प्रस्ताव को गम्भीरता से लेते हुए अग्रिम मोर्चे पर जिम्मेदारी निभा रही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा आंगनवाड़ी सहायिकाओं को निधन होने की स्थिति में 20 लाख रुपए एक्सग्रेसिया के तहत राशि देने को मंजूरी दी है, जो पहले 10 लाख रुपए थी।