ब्लैक फंगस के उपचार के लिए सरकार हर प्रकार से तैयार, प्रदेश में तालाबों का किया जा रहा है जीर्णोद्धार, किसानों से शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखने की अपील.
मुख्यमंत्री करनाल में पर्यावरण दिवस के अवसर एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने मीडिया के प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी के प्रकोप के बाद ब्लैक फंगस का प्रकोप चल रहा है। ब्लैक फंगस कोरोना बीमारी के बाद बढ़ता है। अब पिछले तीन दिनों से ब्लैक फंगस के केस स्थिर हैं।
प्रदेश के अस्पतालों में करीब 600 मरीजों का उपचार चल रहा है। ब्लैक फंगस के लिए करीब 8 हजार इंजैक्शन आए हैं, किसी भी मरीज को दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। इस महामारी में सभी के सहयोग की जरूरत है, सभी को कोविड-19 के नियमों का पालन करना चाहिए।
सीएम ने सवालों का उत्तर देते हुए कहा कि
प्रदेश में करीब 14 हजार तालाब हैं। पिछले कईं वर्षों से इन तालाबों की सफाई
नहीं जा रही थी जिसके कारण तालाबों में गंदगी बढ़ गई, जिससे तालाबों में
चिकनी मिट्टी परत जम गई है। इन तालाबों में पानी रिचार्ज नहीं हो रहा है। इसके लिए
तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण हरियाणा का गठन किया गया है। यह प्राधिकरण
तालाबों का रखरखाव करता है। पहले चरण में महाग्राम में आने वाले 150 तालाबों का
जीर्णोद्धार किया गया है। इस वर्ष 450 तालाबों का सुधारीकरण किया जाएगा। उन्होंने मीडिया को बताया
कि पानी की बचत करना सभी का कत्र्तव्य है।
किसानों के प्रश्र पर सीएम ने मीडिया को
बताया कि सभी को शांतिपूर्वक अपनी बात कहने का अधिकार है। सुरक्षा व्यवस्था की
जिम्मेदारी सरकार की होती है। यदि कोई सुरक्षा व्यवस्था को खराब करेगा तो उसके
खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। इसके लिए पहले ही कह दिया है कि अपनी बात को
शांतिपूर्वक कहें।