बाल भिक्षा वृत्ति के खिलाफ चाइल्ड लाइन की टीम ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
REPORT BY : RAHUL SAHAJWANI
CITY LIFE HARYANA | यमुनानगर : बाल भिक्षा वृत्ति को रोकने के लिए आज विभिन स्थानों पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। इस अभियान में चार टीमों को साथ लिया गया। जिसमे चाइल्ड लाइन टीम, जिला बाल संरक्षण इकाई क्राइम ब्रांच की टीम व बाल कल्याण समिति द्वारा बाल भिक्षावृत्ति को रोकने के लिए जिले के विभिन्न् स्थानों से स्टेशन चौक, मीराबाई बाजार, प्यारा चौक, मधु चौक, कमानी चौक पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। इनमें से अधिकतर बच्चे माता-पिता के साथ ही भीख मांगते हुए दिखाई दिए। टीम द्वारा बच्चों को भीख मांगने से रोका गया व उन्हें समझाया गया की भीख मांगना गलत है और बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित किया गया।
चाइल्डलाइन की जिला समन्वयक शैफाली का कहना है कि भिक्षावृत्ति करने वाले बच्चों में सात से बारह साल के बच्चे शामिल हैं। बच्चों के माता पिता को भी समझाया गया कि इस महामारी के चलते अपने बच्चों को घर पर ही रखें। बच्चों से भीख मंगवाना कानूनन अपराध है। इसी संदर्भ में चाइल्डलाइन की निर्देशिका डॉ अंजू बाजपेई जी ने समाज के सभी लोगो से अपील करते हुए कहा कि जब तक हम बच्चों को भीख देना बंद नही करेंगे तब तक इस तरह बढ़ती बाल भिक्षावृत्ति को रोकना हम सभी के लिए नामुमकिन है। बच्चों को भीख नहीं सीख दे। बच्चों की मदद भीख देकर नहीं बल्कि उनकी समस्या को सुने और तुरंत इसकी जानकारी 1098 पर किसी भी समय दे सकते हैं। जिससे उनकी समस्या का समाधान किया जा सके। बच्चों को भीख देकर हम उन्हें सामाजिक बुराइयों की तरफ धकेल देते है। ये सभी बच्चे आने वाले कल का भविष्य है इनको शिक्षा की जरूरत है न कि भीख की। भीख देकर बाल भिक्षावृत्ति को बढ़ावा न दे। मौके पर लीगल अधिकारी रंजन शर्मा, गौरव शर्मा, प्रीती वत्स, गुरप्रीत सिंह आदि उपास्थि रहे।