RADAUR DSP : रजत गुलिया मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन परिजन दोषियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे. परिजनों का कहना था कि वह जब तक शव को नहीं उठाएंगे जब तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती.
मामले की सूचना मिलते ही डीएसपी रादौर रजत गुलिया मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन परिजन दोषियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। परिजनों का कहना था कि वह जब तक शव को नहीं उठाएंगे जब तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती। मृतक अनिल उर्फ बॉबी के पिता शियानंद, नरेंद्र, सुनील, धर्मेंद्र, प्रवीन, गौरव, चंद्रभान इत्यादि ने बताया कि पड़ोस के ही एक पक्ष के लोग लंबे समय से उनसे रंजिश रखे हुए हैं।
जिसको लेकर बीते माह भी कॉलोनी में झगड़ा हुआ था। वही 21 जुलाई को भी दूसरे पक्ष के लोगों ने उनके घर पर हमला कर दिया था। जिसमें अनिल उर्फ बॉबी को गंभीर चोटें आई थी और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा था। लेकिन आज इलाज के दौरान अनिल की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि इस दौरान कार्रवाई की मांग को लेकर वह बार-बार थाना रादौर प्रभारी से मिलते रहे।
लेकिन थाना प्रभारी ने केवल मामला दर्ज कर अपनी
जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया। मामले में दोषी किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं
किया गया। जिसके चलते उन्हें बार-बार दूसरे पक्ष के लोगों से धमकी मिलती रही। परिजनों ने कई बार थाना प्रभारी
से गुहार लगाई कि दूसरे पक्ष के लोग दोबारा उनके परिवार पर हमला कर सकते हैं लेकिन
इसके बावजूद भी थाना प्रभारी ने कोई एक्शन नहीं लिया। आज भी वह गिरफ्तारी की मांग
कर रहे हैं लेकिन कोई कार्यवाही होती दिखाई नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि जब तक
आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक वह शव को नहीं उठाएंगे।