पुलिस ने दो दर्जन से अधिक
प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया. प्रदर्शनकारियों ने किसानों को हिरासत में लिए जाने के विरोध में मार्ग पर
लगाया जाम. हिरासत में लिए किसानों को छोडऩे के बाद ही प्रदर्शनकारियों ने खोला जाम.
यमुनानगर NEWS। संयुक्त किसान मोर्चा
से जुड़े विभिन्न किसान संगठनों के सदस्यों ने शनिवार को जगाधरी के रामलीला भवन
में आयोजित भाजपा जिला कार्यकारिणी की बैठक के विरोध में जमकर बवाल काटा। इस दौरान
प्रदर्शनकारी किसान बेरीकेट्स तोड़कर बैठक स्थल तक पहुंचने का प्रयास करने लगे।
जिस पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए प्रदर्शनकारियों को रोका और दो दर्जन से
अधिक किसानों को हिरासत में ले लिया। जिससे गुस्साए किसानों ने जगाधरी के मटका चौक
पर जाम लगा दिया। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाकर जाम
खुलवाया और हिरासत में लिए गए किसानों को छोड़ दिया।
शनिवार सुबह दस बजे जगाधरी के रामलीला
भवन में भाजपा जिला कार्यकारिणी की बैठक शुरु हुई। जिसमें मुख्य रुप से हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद
शर्मा, हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर, पूर्व केंद्रीय मंत्री रतनलाल कटारिया व यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास
अरोड़ा समेत कई पूर्व विधायक व चेयरमैन भाग लेने पहुंचे थे।
इस बारे में संयुक्त किसान मोर्चा के
सदस्यों को सूचना मिल गई। जिसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े भाकियू समेत
अन्य किसान संगठनों के सदस्य ट्रैक्टरों व अन्य वाहनों पर सवार होकर अपने हाथों
में काले ङांडे लेकर जगाधरी के रामलीला भवन के समक्ष पहुंच गए। मगर इस दौरान मौके
पर भारी पुलिस बल मौजूद होने पर किसानों को भाजपा की बैठक स्थल से करीब दो सौ मीटर
की दूरी पर पुलिस ने रोक लिया। जिससे गुस्साए किसानों ने बेरीकेट्स पर ट्रैक्टर
चढ़ाकर उन्हें तोड़कर बैठक स्थल पर पहुंचने का प्रयास किया। पुलिस ने तुरंत हल्का
बल प्रयोग करके प्रदर्शनकारी किसानों को आगे बढऩे से रोक दिया और भाकियू के हरपाल
सिंह, मंदीप सिंह, संजू गुंदियाना, सुभाष गुज्जर
समेत दो दर्जन से अधिक किसानों को अपनी
हिरासत में ले लिया। जिससे गुस्साए किसानों ने जगाधरी मार्ग पर मटका चौंक के नजदीक
जाम लगा दिया और हिरासत में लिए गए किसानों को छोडऩे की मांग करने लगे। मौके पर
उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
-हिरासत में लिए किसानों को छोडऩे के बाद
खोला जाम
प्रदर्शनकारी किसानों द्वारा जाम लगाने
की सूचना मिलते ही यमुनानगर पुलिस अधीक्षक कमलदीप
गोयल समेत तमाम पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाया गया।
बाद में किसानों की मांग पर पुलिस ने हिरासत में लिए गए किसानों को छोड़ दिया।
जिसके बाद किसानों ने जाम खोल दिया और वहां से चले गए।
-कृषि कानूनों के रद्द होने तक जारी
रहेगा विरोध
भाकियू के निदेशक मंदीप सिंह, हरपाल सिंह सुढ़ैल, सुभाष गुज्जर, संजू गुंदियाना आदि ने कहा कि जब तक कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया जाता है, तब तक किसान भाजपा के कार्यक्रमों का विरोध करते रहेंगे। उन्होंने आरोप लगाया
कि भाजपा जानबूङाकर कार्यक्रम आयोजित करके किसानों को भड़काने का काम कर रही है।
किसान नेताओं ने कहा कि कृषि कानूनों को रद्द नहीं करने पर इसका खामियाजा केंद्र व
प्रदेश की भाजपा सरकार को भुगतना पड़ेगा। मौके पर बलबीर सिंह, सुरेश कुमार, त्रिलोचन सिंह, वीरेंद्र कुमार, सतबीर सिंह व बलविंदर
आदि मौजूद थे।