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Jagadhri : राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चैयरमैन पर हुए हमले में शामिल सभी आंदोलनकारियों को गिरफ्तार करने की मांग : मट्टू

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चैयरमैन पर हुए हमले के बाद बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा में रोष 


    Report By : Rahul Sahajwani    

CITY LIFE HARYANA | यमुनानगर :   राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चैयरमैन विजय सांपला का किसान आंदोलनकारियों द्वारा विरोध, उनकी गाड़ी रोके जाने और मारपीट करने के मामले में बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा में रोष है। इसी मामले को लेकर आज अनुसूचित मोर्चा के जिला अध्य्क्ष ने मीडिया से बातचीत कर इस घटना की निंदा की और ऐसा करने वालो के ख़िलाफ़ कारवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत व गुरनाम सिंह चढूनी बताए कि वो कौन लोग है जिन्होंने उनके ऊपर हमला किया वही उन्होंने सरकार से भी आंदोलनकारियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है।

बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला अध्य्क्ष धर्म सिंह मट्टू ने कहा कि राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग के चैयरमेन विजय सांपला सिख समाज SCPG के जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल के पास सिख समाज के अंदर अनुसूचित जाति की समस्याओं के संबंध में सिरसा जिले के गांव दादू में मिलने के लिए जा रहे थे। ये कोई पार्टी का कार्यक्रम नही था। कृषि बिल का विरोध कर रहे आंदोलनकारियों ने उनका विरोध किया और उनके काफिले को जाने नहीं दिया और उनके साथ हाथापाई करने की कोशिश की गई। जो कि एक संवैधानिक पद पर चेयरमैन है जो कि सामाजिक समरसता ओर समन्वय के लिए जा रहे थे, उनका रास्ता रोकना गैरकानूनी है, विजय सांपला जी का विरोध और उनका रास्ता रोकना दलित समाज का अपमान है जोकि दलित उत्पीड़न की श्रेणी में आता है दलित समाज इस घटना से बहुत आहत है।

वही उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत व गुरनाम सिंह चढ़ुनी ने जब यह शुरू किया था तो उसका उद्देश्य था कि तीन कृषि कानूनों पर बातचीत करना लेकिन अब यह जातिवाद और तानाशाही का रूप लेने लगा है जिससे इन के साथ लगे लोग अब इनका साथ  छोड़कर इनसे दूर हो रहे है ओर यह बात ये लोग पचा नहीं पा रहे है।भाजपा जिस प्रकार से दलित व पिछड़े वर्गों के लोगों को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है यह बात भी इन तथाकथित किसान नेताओं को हजम नहीं हो रही है। इस प्रकार की बढ़ती हिंसक घटनाओं को देखकर यही लगता है कि किसानो के नाम पर राजनीति हो रही है व यह आंदोलन अपने सही उद्देश्य से भटक गया है और इसका नेतृत्व बिखर गया है। लोगों ने इन धरने प्रर्दशनों पर इनके साथ बैठना छोड़ दिया है। हम सरकार से मांग करते है कि इस प्रकार मार पिटाई में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। वही उन्होंने कहा की अगर सरकार इनको जल्द गिरफ्तार नही करती तो एक महापंचायत बुलाई जाएगी और आगे की रणनीति बनाई जायगी। इस प्रकार का व्यवहार किसी भी तरफ सहन नही किया जाएगा ।

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