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Chandigarh- विधानसभा सत्र शुरू होने से एक दिन पहले हुड्डा ने ली कांग्रेस विधायक दल की बैठक

Why hasn’t govt been able to nail a single official in question paper leak cases, the Congress will be taking up in the House and why he considers the present dispensation “even more corrupt than the that Om Praksah Chautala had led : Hooda



चंडीगढ़ NEWS पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक ली। बैठक में विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान उठाए जाने वाले मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। हुड्डा ने बताया कि पार्टी विधायकों ने पेपर लीक और भर्ती घोटालों पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव दिया गया है। इसके अलावा किसानों पर दर्ज किए जा रहे राजद्रोह के फर्जी मुकदमों, जलभराव से फसलों को हुए नुकसान, ट्यूबवेल कनेक्शन देने में हो रही देरी, बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर चर्चा के लिए भी स्थगन व काम रोको प्रस्ताव दिए गए हैं।

भर्ती घोटालों, किसानों, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर चर्चा के लिए कांग्रेस विधायकों ने दिए प्रस्ताव.

गठबंधन सरकार से हर उस मुद्दे पर सवाल पूछे जाएंगे, जनता जिनका जवाब चाहती है.

गरीब परिवारों को दिया जा रहा है घटिया क्वालिटी का राशन, सरकार का जोर सिर्फ फोटो छपवाने पर.

गरीबों और उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रही है सरकार.

There are several issues of public importance on which we will be demanding government’s reply. We have given several calling attention motions, including on leakage of examination paper for recruitment of 7,298 male constables, increase in prices of petrol, diesel, LPG and other essential commodities, growing unemployment, withdrawal of sedition cases against farmers, online transfer and common cadre policy of employees of medical colleges, and crop loss due to heavy rains in the state.

नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि विधानसभा में सरकार से हर उस मुद्दे पर सवाल पूछे जाएंगे, जनता जिनके जवाब चाहती है। क्योंकि बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार की कुनीतियों के चलते आज प्रदेश की जनता अनगिनत चुनौतियों का सामना कर रही है। लेकिन सरकार आंख बंद किए बैठी है। सरकार ने जिस तरह कोरोना और ऑक्सीजन की कमी से मौतों के आंकड़े छिपाए, उससे स्पष्ट है कि सरकार जमीनी सच्चाई को नहीं देखना चाहती। आज बेरोजगारी, अपराध और महंगाई अपने चरम पर है। पूरे देश के मुकाबले हरियाणा 4 गुणा ज्यादा (28.1%) बेरोजगारी झेल रहा है। रोजगार और सरकारी भर्तियों के नाम पर घोटालों को अंजाम दिया जा रहा है।

We had given another calling attention motion on online transfer policy for employees of universities, but the government has withdrawn the policy now. We will be raising several issues including the ongoing farmers’ agitation against the agri laws, sluggish pace of Covid-19 vaccination, no enhancement in pension being given to freedom fighters, giving due honour to the sportspersons, especially those who have recently won medals in Tokyo Olympics, and deteriorating law and order in the state.

पहली कक्षा से लेकर मेडिकल स्टूडेंट तक सरकार की नीतियों का दंश झेलने को मजबूर हैं। पहली से 8वीं कक्षा तक बच्चों को अबतक पढ़ने के लिए किताबें नहीं मिल पाई हैं। जिस तरह सरकार ने मेडिकल कोर्सिज की फीस में बढ़ोत्तरी की है, गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए इन कोर्सिस में दाखिला लेना नामुमकिन हो गया है। सरकार की नीतियों के चलते आज प्रदेश में शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है।

हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान गरीब परिवारों को भोजन का अधिकार दिया गया था। उसके तहत ऐसे परिवारों को अनाज, दाल, चीनी, नमक और तेल मुहैया करवाया जाता था। लेकिन बीजेपी-जेजेपी सरकार के लिए फ्री राशन की यह योजना सिर्फ विज्ञापन और इवेंटबाजी का माध्यम बन गई है। मौजूदा सरकार ने गरीबों को दाल, सरसों तेल, चीनी और नमक देना बंद कर दिया। उन्हें जो अनाज दिया जा रहा है, वो एकदम घटिया क्वालिटी का है। गोहाना से सामने आई तस्वीरों से स्पष्ट है कि सरकार गरीबों और उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रही है। गरीब परिवारों को ऐसा दिया जा रहा है जिसे जानवर भी नहीं खा सकते। ऐसा लगता है सरकार ने सारा जोर सिर्फ थैले पर फोटो छपवाने में लगाया है, ना कि राशन की गुणवत्ता पर। 

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