Around 10 people were injured on Saturday as police allegedly lathicharged a group of farmers disrupting traffic movement on a highway while heading towards Karnal in Haryana to protest against a BJP meeting.The police, however, said only four protesters were injured, while ten cops also sustained injuries.
शिवकुमार संधाला ने कहा कि उनकी एसोसिएशन किसानों की
मांगो का समर्थन करती है। किसान अपनी जायज मांगो के लिए लंबे समय से प्रदर्शन कर
रहे है। लेकिन सरकार लगातार किसानों की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। यह
सरकार का तानाशाही रवैया है। लेकिन इतिहास इस बात का गवाह है कि प्रदेश में जब भी
किसी भी सरकार ने किसानों पर तानाशाही रवैया अपनाने का प्रयास किया है तो वह सरकार
दोबारा सत्ता सुख नहीं देख पाई है। इसलिएं अब यह प्रमाणित हो चुका है कि प्रदेश मे
भी भाजपा सरकार के दिन अब फिर चुके है। किसानों से टकराने का अंजाम सरकार को सत्ता
से बाहर होकर भुगतना होगा। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों का आंदोलन जारी है तब तक
उनकी एसोसिएशन भी किसानों के इस आंदोलन का समर्थन करती रहेगी। सरकार ने किसानों पर
लाठीचार्ज करवाकर एक बार फिर से घिनौनी हरकत की है। जिसके लिए सरकार निंदा की
पात्र है और आज पूरे देश में सरकार की चौतरफा निंदा भी हो रही है। सरकार को अपने
इस कृत्य के लिए धरतीपुत्रों से माफी मांगनी चाहिएं और जिस अधिकारी के कहने पर यह
लाठीचार्ज हुआ है उसके खिलाफ सरकार को सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिएं।
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