Type Here to Get Search Results !

ad

ADD


 

Chandigarh- बेमौसमी बारिश से हुई फसलों की भारी बर्बादी, बिना बीमे वाले किसानों को भी मिले आर्थिक राहत और सहायता : सुरजेवाला

𝐇𝐢𝐭𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐨𝐮𝐭 𝐚𝐭 𝐭𝐡𝐞 𝐁𝐉𝐏-𝐉𝐉𝐏 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐢𝐧 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚, 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐞𝐧𝐢𝐨𝐫 𝐂𝐨𝐧𝐠𝐫𝐞𝐬𝐬 𝐥𝐞𝐚𝐝𝐞𝐫 𝐚𝐧𝐝 𝐢𝐭𝐬 𝐧𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧𝐚𝐥 𝐠𝐞𝐧𝐞𝐫𝐚𝐥 𝐬𝐞𝐜𝐫𝐞𝐭𝐚𝐫𝐲 𝐑𝐚𝐧𝐝𝐞𝐞𝐩 𝐒𝐢𝐧𝐠𝐡 𝐒𝐮𝐫𝐣𝐞𝐰𝐚𝐥𝐚 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐭𝐡𝐞 𝐁𝐉𝐏-𝐉𝐉𝐏 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐰𝐚𝐬 𝐜𝐨𝐦𝐩𝐥𝐞𝐭𝐞𝐥𝐲 𝐢𝐧𝐝𝐢𝐟𝐟𝐞𝐫𝐞𝐧𝐭 𝐭𝐨 𝐭𝐡𝐞 𝐩𝐫𝐨𝐛𝐥𝐞𝐦𝐬 𝐨𝐟 𝐟𝐚𝐫𝐦𝐞𝐫𝐬. 

Randeep Singh Surjewala 

चंडीगढ़ NEWS वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा में बारिश के कारण बर्बाद हुई फसलों की स्पेशल गिरदावरी के अलावा पीड़ित किसानों को तुरंत 25,000 रुपए प्रति एकड़ की आर्थिक राहत व मुआवजे के भुगतान करने की मांग की है।

सुरजेवाला ने कहा कि प्रदेश में पिछले कुछ दिनों में हुई बारिश से किसानों की छह माह की मेहनत पर पानी फिर गया है, फतेहाबाद, सिरसा, रेवाड़ी, हिसार, नारनौल, सोनीपत, जींद, रोहतक, झज्जर, भिवानी आदि विभिन्न जिलों में नरमा, कपास, धान, बाजरा, मूंग, सब्जियों तथा अन्य फसलों में 50 से 80 प्रतिशत तक फसलों का नुकसान हुआ है, जिससे महंगाई और गलत नीतियों की दोहरी मार झेल रहा हरियाणा का किसान बर्बादी के कगार पर पहुँच गया है। अन्नदाता की मेहनत ज़मीन में बिछी पड़ी है और बारिश ने चारों और तबाही मचा दी है इसलिए सरकार को बिना बीमे वाले किसानों भी आर्थिक राहत और सहायता देनी चाहिए।

Surjewala said that unseasonal rains in the past few days had caused havoc and damaged crops in the State but the government was not paying any heed to the miseries of the farming community. The standing crop of cotton and paddy has flattened in the field but the ruling government is ignorant, he alleged.

Surjewala said it was time for the BJP-JJP government to wake up from their deep slumber and immediately compensate farmers. The government should also take steps to improve the drainage system and start buying crops in the market, he said.

मुख्यमंत्री खट्टर से अनुरोध करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि स्पेशल गिरदावरी कर किसानों को मुआवजा की व्यवस्था करने के साथ-साथ पानी की निकासी का प्रबंध और मंडियों में फसल खरीद तुरंत शुरू करना चाहिए। किसान के इस मुश्किल समय में भाजपा-जजपा सरकार को अपना घमंड और बदले की भावना त्याग देनी चाहिए और किसानों की चिंताओं को कम करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बारिश से नष्ट हुई फसल के साथ ही उस फसल को भी खराब माना जाए जिन फसलों ने गुणवत्ता खो दी है या जहाँ कम पैदावार होगी।

सुरजेवाला ने कहा कि आज भी प्रदेश के अनेक इलाकों में गुरुवार को भी अनेक जगहों पर बारिश हुई, पहले के पानी की जल्द निकासी न होने के कारण इलाकों में जलभराव और हर जगह पानी ही पानी हो गया है। बारिश से हजारों एकड़ फसलें बिछ गई हैं। कई जिलों में तो हालात ज्यादा बिगड़ने के समाचार मिले हैं, कहीं-कहीं तो बारिश से घर और पशुओं के बाड़े ढह गए, जिससे घरेलू सामान के अलावा पशुओं की जान-माल का नुकसान बताया गया है।

ये भी पढ़ें: कांग्रेस विधानसभा में इकलौता विपक्षी दल, बाकी दल या तो सरकार में शामिल हैं या उनका कोई विधायक ही नहीं : हुड्डा    

सुरजेवाला ने कहा कि विशेषज्ञों का मानना है की धान की तैयार फसल के गिरने से उसके सड़ने की संभावना पूरी बन गई है। इसी प्रकार कपास की फसल में टिंडे गिर गए हैं, जो सड़ने के कगार पर हैं। इसी प्रकार मूंग की फलियां काली पड़ चुकी है और ग्वार की फसल में भी भारी नुकसान दिखाई दे रहा है। इस प्रकार कुदरत की यह मार किसानों के लिए बिल्कुल ही असहनीय है, जिसे दूर करने के लिए सरकार द्वारा तुरंत प्रभावी कदम उठाए जाने की जरूरत है।

सुरजेवाला ने कहा कि खट्टर सरकार को बड़े-बड़े दावे करने की बजाय पानी के निकासी की व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि आम जनजीवन को राहत मिले। किसानों ने मेहनत कर कपास व धान की फसल तैयार की थी, किसानों को फसल में जो लागत आनी थी वह आ चुकी थी, वे मेहनत भी कर चुके थे लेकिन अब जब फसल काटने की बारी आई तो बेमौसमी बारिश ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया। किसानों को काफी खर्च हुआ है, इसलिए सरकार को इस नुकसान की भरपाई करनी ही चाहिए। 

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Below Post Ad


ADD


 

ads