सुभाष गुर्जर। 𝐁𝐑𝐄𝐀𝐊𝐈𝐍𝐆
रादौर NEWS। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर ने कहा कि किसानों की ताकत को देखते हुए करनाल में सरकार को झुकना पड़ा। शुक्रवार की देर रात तक संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं व प्रशासन के बड़े अधिकारियों के बीच बैठक चली जिसपर काफी हद तक सहमति बनी। शनिवार के दिन फिर से दोनों पक्षों की बैठक हुई और किसानों की मांगों पर पूर्ण तौर पर सहमति बन गई है।
सुभाष गुर्जर शनिवार को करनाल
धरने से लौटने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि बैठक में
सुशील काजल जो 28 अगस्त को पुलिस की लाठियों से घायल होकर शहीद हो गए थे, उनके परिवार को
मुआवजा व उसके दोनों बेटों को डीसी रेट पर नौकरी। वहीं पुलिस की लाठियों से घायल
हुए करीब 9 किसानों को 2-2 लाख रूपए मुआवजा दिया जाएंगा। किसानों का सिर फोडऩे के आदेश
देने वाले एसडीएम आयुष सिन्हा की एक महीने तक जांच कर केस दर्ज किया जाएगा। जब तक
केस की जांच चलेगी तब तक एसडीएम छुट्टी पर रहेगा। उन्होंने कहा कि यह किसानों की
एकता की जीत है। किसान आज अपनी फसल और नस्ल को बचाने के लिए एकता बनाए रखे हुए है।
जब तक तीनों काले कानून वापस नहीं होंगे किसान घर वापस नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि
सभी किसान एकजुट होकर अपनी लड़ाई लड़े और अपने आंदोलन को मजबूत करें। वहीं 27 सितंबर को पूरे देश
में चक्का जाम होगा। उसके लिए भी तैयारियां की जा रही हैं। इसके लिए सभी किसानों
की जिम्मेदारियां तय की जा रही है। मौके पर कर्णवीर,
जयपाल चमरौडी, उदय सिंह, बजिंद्र, मोहनलाल, सतबीर, सुभाष व सुखबीर सिंह
इत्यादि मौजूद थे।