प्रीति बैनीवाल। 𝐁𝐑𝐄𝐀𝐊𝐈𝐍𝐆
करनाल NEWS। अगर कुछ करने की ठान ली जाए तो सब कुछ
हासिल किया जा सकता है। आज हम आपको करनाल की रहने वाली प्रीति बैनीवाल के बारे में बता रहे हैं, 2016 में एक ट्रेन हादसे में वो गम्भीर रूप
से घायल हो गई थी, 14 ऑपरेशन हुए और एक साल बेड पर रही। इस बीच शादी टूट गई, लेकिन मेरी हिम्मत नहीं टूटी।
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने भारतीय आर्थिक सेवा (आईईएस) और भारतीय सांख्यिकी सेवा के साक्षात्कार के लिए इच्छुक गैर-अनुशंसित उम्मीदवारों के लिए अंक जारी कर दिए हैं। उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर उपलब्ध अपने प्राप्तांकों को देख सकते हैं। आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, आयोग ने गैर-अनुशंसित इच्छुक उम्मीदवारों के स्कोर और अन्य विवरणों का खुलासा करने के लिए एक डिस्क्लोजर स्कीम शुरू की थी, जो अपनी वेबसाइट के माध्यम से एक परीक्षा के अंतिम चरण में उपस्थित हुए।
यूपीएससी का रिजल्ट आ गया है। हरियाणा के भी कई बच्चों का यूपीएससी क्लियर हुआ है। करनाल की बेटी का भी यूपीएससी क्लियर हुआ और उनका 754 रैंक आया है। उनके परिवार में खुशी का माहौल है। प्रीति की ज़िंदगी काफी संघर्ष से जुड़ी हुई रही है। करनाल के दुपेडी गाँव की 30 वर्षीय प्रीति बैनीवाल ने अपने परिवार का नाम रोशन किया है। फिलहाल प्रीति विदेश मंत्रालय में ASO की पोस्ट पर है कार्यरत। प्रीति के पिता सुरेश कुमार हरियाणा बिजली बोर्ड से जेई की पोस्ट से है रिटायर्ड। वहीं भाई पंकज फिलहाल पंचकूला में पटावरी के पद पर है कार्यरत।
प्रीति
बैनीवाल का संघर्ष काफी कठिन रहा है। 14
ऑपरेशन हुए और एक साल बेड पर रही। इस बीच शादी टूट गई, लेकिन मेरी हिम्मत नहीं टूटी। पिता ने
हौसला दिया और कहा कुछ करके दिखाओ। क्योंकि 2016
में एक ट्रेन हादसे में वो गम्भीर रूप से घायल हो गई थी जिस के बाद वो एक साल बेड
पर रही।
अब तक प्रीति कई सरकारी पदों पर कार्यरत रह चुकी है। सबसे पहले प्रीति ने ग्रामीण बैंक में क्लर्क के पद पर काम किया उस के बाद SBI बैंक में PO के पद पर कार्यरत रही ,उस के बाद FCI में कार्यरत रही और फिलहाल विदेश मंत्रालय में ASO के पद पर कार्यरत है।