ऐसे किसान 30 से 35 प्रतिशत
रादौर NEWS। मौसम की करवट ने धान उत्पादक किसानों की चिंता बढ़ा दी है। रविवार को हुई हल्की बूंदाबादी से क्षेत्र में उन किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरे देखी गई जिनकी धान की कटाई अभी नहीं हो पाई है। हालांकि अब ऐसे किसान 𝟑𝟎 से 𝟑𝟓 प्रतिशत ही है। वहीं हल्की बूंदाबादी के बाद मंडी में भी धान खरीद का कार्य प्रभावित रहा। अधिकारियों की माने तो अब आवक की रफ्तार धीमी होती जा रही है। जिसके चलते मंडी में उठान का कार्य भी तेजी से हो रहा है। करीब करीब 𝟖𝟎 प्रतिशत उठान मंडियों से हो चुका है।मार्किट कमेटी रादौर के मंडी सुपरवाईजर मनोज कुमार ने बताया कि तीनों मंडियों में अब तक 𝟒 लाख 𝟏𝟒 हजार 𝟏𝟗𝟓 क्विंटल धान की आवक हो चुकी है। जिसमें से रादौर मंडी में 𝟑𝟑𝟖𝟒𝟒𝟎 क्विंटल, गुमथला में 𝟒𝟐𝟑𝟓𝟓 व 𝟑𝟑𝟒𝟎𝟎 क्विंटल धान की आवक हुई है। उठान कार्य भी तेजी से हो रहा है। आज बारिश के कारण खरीद कार्य कुछ हद तक प्रभावित हुआ है ऐसे में उठान कार्य में तेजी लाई गई है।
- अधिक बारिश से हो सकता है नुकसान
बदला मौसम किसानों को नुकसान पहुंचा सकता है। एक ओर जहां जिन किसानों की धान अभी खेत में खड़ी है उन्हें बारिश से नुकसान उठाना पड़ सकता है वहीं दूसरी ओर सब्जी उत्पादक किसान भी इससे परेशान हो सकते है। इसलिए किसान बारिश न होने की कामना कर रही है। किसानों का कहना है कि अधिक बारिश होती है तो गोभी, लहसुन, मूली व सरसो लगाने की तैयारी कर रहे किसानों को भी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
सुबह से ही हल्की बूंदाबांदी क्षेत्र में हो रही थी।
लेकिन गनीमत रही की तेज बारिश नहीं हुई। लेकिन किसानों को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ।
लेकिन इस दौरान मंडियो में खुले में पड़ी धान की फसल व धान की बोरिया भीग गई।
हालांकि ज्यादा नुकसान इस बूंदाबांदी से नहीं हुआ। अगर
आगामी समय में बारिश अधिक होती है तो इससे आढ़ती व किसानों की परेशानी बढ़ सकती है।