दो दिन में विचार - विमर्श करने के बाद लिया जायेगा निर्णेय
CITY LIFE HARYANA | बिलासपुर : उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस बिलासपुर में महार्षि वेद व्यास की कर्म स्थली बिलासपुर में प्रत्येक वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित होने वाले कपाल मोचन मेले को कोविड-19 की विश्व व्यापी महामारी के चलते अधिकारियों व श्राईन बोर्ड के सदस्य एवं श्री कपाल मोचन क्षेत्र के धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारियों की बैठक ली। बैठक में सभी धर्मोे के गुरूओं एवं अनुयायीओं तथा प्रशासन के अधिकारियों की बैठक में मंत्रणा करने के उपरांत उपायुक्त ने कहा कि इस बारे में अगले दो दिन में विचार-विमर्श कर बताया जाएगा। मिटिंग में एस.जी.पी.सी के प्रधान बलदेव सिंह कायमपुरी ने कहा कि कपालमोचन मेले के साथ लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। यहां पर हरियाणा पंजाब, दिल्ली, हिमाचल व अन्य राज्यों से सभी धर्मो के लोग स्नान के लिए आते है।
श्राईन बोर्ड के सदस्य विपिन सिंगला ने कहा कि लोंगों की आस्था है लेकिन कोरोना माहमारी अभी टली नहीं है, इस बार अगर मेला लगता है तो कोई दुघर्टना न हो। मास्टर सुभाष गौड ने कहा कि लॉ एंड आर्डर को ध्यान रखते हुए ही फैसला लिया जाए। मांगे राम कश्यप ने कहा कि लोगों की आस्था का विषय है और इस का ध्यान करते हुए मेला लगाने का सुझाव दिया। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नवीन आहूजा, बिलासपुर के एसडीएम जसपाल सिंह गिल, तहसीलदार तरूण सहोता, बी.डी.पी.ओ बलराम गुप्ता, एसएमओ डॉ. शमा परवीन, नयाब तहसीलदार अरविंद कुमार, सुभाष गौड़, विपिन सिंगला, एआईपीआरओ मनोज पाण्डेय, पंकज अग्रवाल, इलाके के मौजिज लोगों सहित अन्य अधिकरी एवं कर्मचारी उपस्थित रहें।