नगरपालिका रादौर
इसलिए आ रही है परेशानी
नपा रादौर की ओर से सफाई व्यवस्था को लेकर दो टेंडर दिएं गएं है। जिसमें एक ठेकेदार के पास गलियों व नालियों की सफाई का जिम्मा होने के साथ साथ कूडे के निर्धारित स्थानों पर ढेर लगाने की जिम्मेवारी है। जहां से दूसरा ठेकेदार कूड़ा उठाकर उसे निपटान वाली जगह तक पहुंचाएगा व घर घर से कूडा एकत्रित करेगा। जिसका प्रति टन के हिसाब से टेंडर है। टेंडर में करीब 8 टन प्रतिदिन कूडा उठाने का नियम दर्ज है। लेकिन रादौर से 10 से 12 टन प्रतिदिन कूडा निकलता है। ठेकेदार कूडा उठान के वजन में कोई गड़बड़ी न कर सके इसके लिए नपा अधिकारी समय समय पर जांच भी करते है। पिछले करीब 9 माह से नियमित रूप से कूडे का उठान सही प्रकार से हो रहा था। लेकिन अब नपा अधिकारियों ने कूडे का ओवरवेट होने की बात कहकर आपत्ति जता दी है। ठेकेदार को अधिकारियों ने टेंडर के हिसाब से ही कूडा उठाने की बात कही है। यहीं से सारी परेशानी शुरू हुई। अब ठेकेदार करीब 8 टन कूडा ही प्रतिदिन उठा रहा है।
जब लग गएं कूडे के ढेर तो नींद से जागे अधिकारी
अधिकारियों के निर्देश के बाद ठेकेदार ने केवल डोर
टू डोर कूडा उठान पर ही ध्यान दिया। जिससे बाजार व सड़कों पर विभिन्न जगहों पर रखे
कूडेदानों पर कूडे के ढेर लग गएं और हर दिन समस्या गंभीर होने लगी। तब जाकर
अधिकारियों ने गुरूवार को इस पर संज्ञान लिया और ठेकेदार को कहकर इन ढेरों को
उठवाया तो लोगों ने भी राहत की सांस ली। मामले को लेकर जब ठेकेदार से संपर्क किया
गया तो उससे बातचीत नहीं हो पाई।
मामले को लेकर जब नपा सचिव राकेश वालिया से बातचीत की गई तो
उन्होंने ओवरवेट से संबंधित किसी भी बात से इंकार किया और कहा कि जैसे पहले कूडे
का उठान हो रहा था उसी प्रकार कूडे का उठान होगा। उन्होंने कहा कि कूडेदानों से
कूडा न उठाने का मामला कल ही उनके संज्ञान में आया था। जिसके बाद गुरूवार को सभी
कूडेदानों से कूडा उठवा दिया गया है।
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