मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा पैवेलियन के मंच पर देखी हरियाणवी वेशभूषा, खाना, खेल और शिल्पकला, हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के प्रयासों को सराहा मुख्यमंत्री ने.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को देर
रात्रि हरियाणा पैवेलियन का अवलोकन किया। इस पैवेलियन में पंहुचने पर हरियाणवी
वाद्य यंत्रों के साथ परम्परा अनुसार मुख्यमंत्री मनोहर लाल का स्वागत किया। इस
स्वागत समारोह के साथ ही हरियाणा कला एवं संस्कृतिक कार्य विभाग की निदेशिका
प्रतिमा चौधरी सबसे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल दादा खेड़ा पर लेकर गई। यहां पर
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूजा-अर्चना की और हरियाणा पैवेलियन में सबसे पहले दरी बनाने, धागा बनाने के
साथ-साथ अन्य शिल्प कलाओं को देखा। इसके उपरांत पैवेलियन के मुख्य मंच पर
सांस्कृतिक कार्यक्रमों और अखाड़ा में पहलवानो की कुश्ती और बेटियों की रेसलिंग को
भी देखा और सभी की प्रतिभा को मुख्यमंत्री ने सराहा। इसके उपरांत मुख्यमंत्री
मनोहर लाल ने पंराठा खाओ प्रतियोगिता का अवलोकन किया और सबसे अंत में हरियाणवी
वेशभूषा, आन-बान-शान पगड़ी पहनने के साथ-साथ अन्य स्टालों का भी अवलोकन
किया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि
हरियाणा की संास्कृतिक विरासत सबसे अनमोल है। इस धरा से ही हजारों साल पहले पूरी
दुनिया को शिक्षा और संस्कारों का ज्ञान मिला। आज हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत को
सहेजने की जरूरत है। इस कार्य को करने के लिये ही हरियाणा पैवेलियन जैसे
कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया जा रहा है। इन कार्यक्रमों को मंच देने के लिये ही
अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव को एक बड़ा स्वरूप दिया जा रहा है। हरियाणा
कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की निदेशिका प्रतिमा चौधरी ने मुख्यमंत्री मनोहर
लाल को हरियाणा पैवेलियन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान हरियाणा कला
परिषद के निदेशक सजंय भसीन और मुख्यमंत्री के प्रचार ओएसडी गजेन्द्र फोगाट भी
उपस्थित थे।
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