बच्ची को अस्पताल में छोड़ गई थी कलयुगी माँ
Report By : Rahul Sahajwani
CITY LIFE HARYANA | यमुनानगर : 5 दिन पहले जगाधरी सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में ढाई माह की नन्ही परी लावारिस हालत में मिली थी। अब तक उसके परिवार वालो का कुछ भी पता नही चल सका। बच्ची अस्पताल में डॉक्टर्स की निगरानी में चाइल्ड केयर वार्ड की नर्सरी में थी ओर बच्ची बिल्कुल स्वस्थ है। अब उसे सिविल अस्पताल से पंचकूला स्थित शिशु गृह में शिफ्ट किया जा रहा है। नौ दिसंबर की रात काे अस्पताल में भर्ती सभी मरीज सोए हुए थे। इसी दौरान आइसोलेशन वार्ड में एक बच्ची की आवाज सुनकर सबकी नींद टूट गई थी। उस वक्त स्टाफ नर्स ने बच्ची को रोते हुए देखा। बच्ची बिस्तर पर अकेली पड़ी थी।जिसके बाद नर्स ने भी आवाजे लगाई लेकिन उसके परिवार पता नही लग पाया। जिसके बाद रात को ही थाना शहर जगाधरी में सूचना दी गई थी। इसके साथ ही सूचना बाल कल्याण समिति को दी गई थी। पुलिस ने जांच पड़ताल की, लेकिन बच्ची के वारिसों के बारे में काेई पता नहीं लग सका। इस दौरान बच्ची को अस्पताल में ही डाक्टरों की निगरानी में रखा गया था।
सिविल हॉस्पिटल जगाधरी की मुख्य चिकित्सक डा. पूनम चौधरी ने बताया कि बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है। अब उसे बाल कल्याण समिति व स्वास्थ्य विभाग की टीम पंचकूला शिफ्ट कर रही है। जहां पर उसका पालन पोषण होगा। लोगों से यही अपील है कि यदि किसी कारणवश कोई बच्चे का पालन पोषण करने में समर्थ नहीं है, तो वह बच्चे को अस्पताल में बने पालना में रख सकता है। बस बच्चो को झाड़ियों में या इधर - उधर फेंके नही।