प्रदेश के प्राइवेट स्कूलों में दाखिले करवाने में विफल रहे शिक्षा मंत्री
CITY LIFE HARYANA | यमुनानगर :- हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुधा भारद्वाज ने कहा है कि गरीब परिवारों के बच्चों के प्रदेश के प्राइवेट स्कूलों में दाखिले करवाने में विफल रहे शिक्षा मंत्री को इन परिवारों से सार्वजनिक माफी मांगते हुए अपने पद से त्याग पत्र दे देना चाहिए। इनके दाखिले न होने से प्रदेश की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार की प्राइवेट स्कूल संचालकों के साथ मिलीभगत भी उजागर हो गई है। इससे पता चलता है कि प्रदेश सरकार को गरीबों से कोई सरोकार नहीं है। इन्हें सिर्फ अपने पूंजीपति मित्रों के हितों की ही रक्षा करनी है। आज यहां जारी एक बयान में सुधा भारद्वाज ने कहा कि हरियाणा एजुकेशन रूल की धारा 134ए को खत्म करने की हर कोशिश का कांग्रेस विरोध करेगी और प्रदेश सरकार को मुंहतोड़ जवाब देगी। इसको खत्म करने के साथ ही गरीब परिवारों की अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने की उम्मीदें खत्म हो जाएंगी व प्राइवेट स्कूल माफिया और अधिक संगठित हो जाएगा। सुधा भारद्वाज ने कहा कि 134ए के खत्म होने से सालाना दो लाख रुपये की आय वाले गरीब परिवारों के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में निशुल्क शिक्षा का प्रावधान खत्म हो जाएगा। जबकि, आज प्रदेश में स्कूलों की संख्या के हिसाब से गरीब परिवारों के बच्चों के लिए दो लाख से अधिक सीट इस नियम के तहत आरक्षित हैं। इस नियम के तहत पात्र बच्चा टेस्ट पास कर किसी भी प्राइवेट स्कूल में दाखिला ले सकता है। वह टेस्ट के मुताबिक किसी भी कक्षा में दाखिला लेने साथ ही सेशन की बीच में स्कूल भी बदल सकता है। बच्चे की फीस व दाखिले की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की रहती है।
सुधा भारद्वाज ने कहा कि अगर 134ए को खत्म कर दिया तो यह परिवार अपने बच्चे का दाखिला सिर्फ पहली कक्षा में ही करवा सकेंगे। इन्हें किसी भी अन्य कक्षा में दाखिले का ऑप्शन मिलना बंद हो जाएगा। ऐसे में इन परिवारों के सामने अपने नजदीकी प्राइवेट स्कूल में ही दाखिला करवाने का प्रावधान रहेगा। यानी, पसंद के मुताबिक स्कूल नहीं चुन सकेंगे।