अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर डीएवी महिला कालेज हुआ कार्यक्रम का आयोजन
यमुनानगर | NEWS - उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि वर्तमान युग में महिलाएं हर क्षेत्र में देश-प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं। आज महिलाएं केवल चूल्हे-चौके तक सीमित नहीं हैं बल्कि हर क्षेत्र में अपनी उपस्थित दर्ज करवाते हुए अपनी काबिलियत व हुनर के दम पर सबला होने का परिचय दे रही हैं।
उपायुक्त पार्थ गुप्ता सर्व जागरूक संगठन व पुलिस विभाग द्वारा डीएवी महिला कालेज के आडोटोरियम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर उपस्थित महिलाओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बेटियां घर की रोनक हैं। हमें अपने बच्चों को घर से ही महिलाओं का मान - सम्मान करने की सीख एवं संस्कार देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जागरूकता का जमाना है अब महिलाएं बुराई का डंटकर सामना कर रही हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार महिलाओं को राजनीतिक सामाजिक व आर्थिक क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं और उनकी हर कदम पर भागीदार बन रही है। उन्होंने बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि एक महिला के शिक्षित होने से दो परिवारों का भला होता है। सामाजिक क्षेत्र में कार्य करनी वाली महिलाओं व महिला पुलिसकर्मियों को मुख्यतिथि द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने कहा कि हम सभी को महिलाओं का पूरा मान - सम्मान करना चाहिए तथा हमें यह बात नहीं भूलनी चाहिए कि जहां नारी का सम्मान किया जाता है वहां देवता निवास करते हैं। उन्होंने कहा कि हमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपने के अनुरूप बेटी बचाओ - बेटी पढ़ाओं अभियान में सहयोग करते हुए बेटियों को शिक्षित करते हुए उनका भविष्य उज्जवल बनाने की सोच रखनी चाहिए न कि उनकी कोख में हत्या करने की। उन्होंने कहा कि कहा कि आज शिक्षा का विशेष महत्व है। इसके माध्यम से ही महिलाएं जीवन में आगे बढ़ सकती हैं। निर्धारित लक्ष्य को शिक्षा के दम पर हासिल किया जा सकता है। महिलाओं को जुल्म एवं अत्याचार को सहन करने की बजाए उसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं में संघर्ष करते हुए चुनौती का सामना करने का जज्बा होता है।
इस अवसर पर सीनीयर डीप्टी मेयर रानी कालडा, पूर्व पार्षद सगीता सिंघल, सर्व जागरूक संगठन की अध्यक्षता डा. पायल रावत, जिला महिला थाना प्रबंधंक शीलावंती, सेवानिवृत प्रध्यानचार्य डा. विभा गुप्ता, विनय अग्रवाल, जीएनजी कालेज की निदेशक डा. वरिन्द्र गांधी, चाईल्ड हेल्पलाईन की निदेशक डा. अजू वाजपेयी, डा. शशी शर्मा, गुरप्रति कौर, प्रो. डौली लांबा, नीतू सलूजा, शीतल पाण्डेय सहित विभिन्न संस्थाओं की महिला प्रतिनिधि व महिला पुलिस कर्मी मौजूद रही।