फरवरी, 2022 के दौरान दो नई जांचें दर्ज की गई और इसके अलावा, ब्यूरो ने 15 जांचें पूरी कर अंतिम रिपोर्ट सरकार को भेज दी..
चंडीगढ़।। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टोलरेंस नीति पर कार्य करते हुए राज्य चौकसी ब्यूरो द्वारा सरकार के आदेशों पर फरवरी, 2022 के दौरान दो नई जांचें दर्ज की गई और इसके अलावा, ब्यूरो ने 15 जांचें पूरी कर अंतिम रिपोर्ट सरकार को भेज दी।
ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते
हुए बताया कि ब्यूरो ने इनमें से चार जांचों में चार राजपत्रित अधिकारियों, 7 अराजपत्रित
अधिकारियों तथा सात प्राइवेट व्यक्तियों के विरुद्ध आपराधिक मुकद्दमा दर्ज करने का
सुझाव दिया है। इसी प्रकार, दो जाचों में दो अराजपत्रित अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय
कार्रवाई करने की सिफारिश की है तथा एक जांच में एक राजपत्रित अधिकारी व एक
अराजपत्रित अधिकारी के विरूद्घ विभागीय कार्रवाई व आपराधिक मुकद्दमा दर्ज करने तथा
दो प्राइवेट व्यक्तियों के विरुद्ध आपराधिक मुकद्दमा दर्ज करने का सुझाव दिया है।
प्रवक्ता ने बताया कि इसके अलावा ब्यूरो द्वारा तीन
विशेष चेंकिग/तकनीकी जांच की रिपोर्ट भी सरकार को भेजी गई, जिसमें संबंधित 2 कार्यों में तीन
राजपत्रित अधिकारियों, दो अराजपत्रित अधिकारियों तथा संबंधित एजेंसी से 16,84,573 रुपये वसूलने की सिफारिश की गई।
𝟏𝟐 अधिकारियों, कर्मचारियों व उनके सहयोगियों को 𝟏,𝟎𝟎𝟎 रुपये से 𝟏,𝟒𝟎,𝟎𝟎𝟎 रुपये तक की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर उनके विरुद्घ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम,𝟏𝟗𝟖𝟖 के तहत मामले दर्ज किए गए,
नगर निगम, फरीदाबाद के अधीक्षक अभियंता रवि शर्मा व लेखाकार रवि शंकर को 𝟏,𝟒𝟎,𝟎𝟎𝟎 रुपये..
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, फरीदाबाद के वजन एवं मापन अनुभाग के निरीक्षक राजबीर सिंह को 𝟔𝟎,𝟎𝟎𝟎 रुपये..
केन्द्रीय सहकारी बैंक बाटा, पलवल के शाखा प्रबंधक उजेन्द्र सिंह को 𝟐𝟓,𝟎𝟎𝟎 रुपये..
दक्षिण हरियणा बिजली वितरण निगम, छैंसा, फरीदाबाद के लाइन मैन, मान सिंह को 𝟐𝟔,𝟎𝟎𝟎 रुपये..
हरियाणा परिवहन जींद के नाजर भगवान को 𝟏𝟎,𝟎𝟎𝟎 रुपये..
चीका, कैथल के थाना प्रबंधक, निरीक्षक जयवीर को 𝟓,𝟎𝟎𝟎 रुपये..
दक्षिण हरियणा बिजली वितरण निगम,पलवल के एएलएम, हरि ओम को 𝟓,𝟎𝟎𝟎 रुपये..
नगर निगम, गुरुग्राम के लिए सर्वेक्षक का कार्य कर रहे मैसर्ज यशी कंसल्टिंग सर्विस प्राईवेट लिमिटेड की अंशु पराशर को 𝟐,𝟎𝟎𝟎 रुपये..
केन्द्रीय थाना फरीदाबाद के उप-निरीक्षक जय चन्द को 𝟏,𝟎𝟎𝟎 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा जाना शामिल है।
इसके अलावा, ब्यूरो ने शिकायत के आधार पर थाना सदर नूंह के सहायक उप-निरीक्षक महेश व एसडीएम कार्यालय रादौर के सेवानिवृत लिपिक रणजीत सिंह के विरूद्घ शिकायत के आधार पर मामले दर्ज किए गए हैं।