गर्मी से बचने के लिए दिन में बार-बार पानी पीएं - सिविल सर्जन
यमुनानगर | NEWS - मौसम में इन दिनों तापमान लगातार बढ़ा जा रहा है जिस कारण गर्मी और लू का वातावरण बन गया है। सिविल सर्जन डॉ. मनजीत ने कहा है कि बढ़ती गर्मी के कारण डिहाइड्रेशन, चक्कर आना, हीट स्ट्रोक जैसी समस्या हो सकती है। इसलिए दिन में अधिक से अधिक पानी पीएं और तरबूज, खीरा इत्यादि का सेवन जरूर करते रहें। सिविल सर्जन ने बताया कि गर्म हवाएं व लू से शरीर में पानी की कमी हो सकती है। उन्होंने कहा कि सभी जिलावासी पर्याप्त मात्रा में जितनी बार संभव हो पानी पीएं, भले ही उन्हें प्यास न लगी हो। इसके साथ ही जब भी धूप में घर से बाहर निकलें तो हल्के रंगो के ढीले तथा सूती कपड़े पहने व इसके साथ छाता, पगड़ी, दुपट्टा, टोपी, जूते या चप्पलों का उपयोग करें। यात्रा के समय अपने साथ पानी अवश्य रखें।
उन्होंने बताया कि यदि आपका कार्यक्षेत्र इस प्रकार का है कि आपको धूप में कार्य करना है तो आप धूप से बचाव के लिए टोपी, गमछा, साफा या छाते का उपयोग करें तथा अपने सिर, गर्दन व चेहरे पर गीला कपड़ा जरूर रखें। इसके साथ साथ शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा बनी रहे इसके लिए घर के बने पेय पदार्थ जैसे लस्सी, पानी, छाछ आदि का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि गर्मी के स्ट्रोक, गर्मी के दाने या गर्मी से ऐंठन जैसे कि कमजोरी, चक्कर आना, सिर दर्द , मितली और दौरे के लक्षणों को पहचाने, यदि आप थकान व कमजोरी व बीमार जैसा महसूस कर रहें है तो तत्काल चिकित्सक से परामर्श करें।
डॉ. मनजीत सिंह ने बताया कि मौसम में हो रहे बदलावों को ध्यान में रखते हुए नागरिक श्रमयुक्त कार्यों को दिन के ठंडे समय के दौरान करें और कार्य के दौरान आराम के लिए समय अवश्य निकालें। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों का इस मौसम में विशेष ध्यान रखना चाहिए। बच्चे स्कूल से आएं तो उन्हें बाहर गली में ना घूमने दें और घर में कूलर या एसी के सामने बैठाएं रखें। अभिभावक बच्चों को शाम को छ: या सात बजे के बाद ही बाहर निकलने दें। इसी प्रकार घर में जो बुजुर्ग हैं, उनको भोजन में हल्का आहार खाने को दें।