विवेकानंद व गांधी जी के आदर्शों को ग्रहण करे छात्राएं- कंधार
डीएवी मैनेजिंग कमेटी के उप प्रधान एच आर कंधार ने कहा कि छात्राओं का सवर्णिम समय है, वे आधुनिक तकनीकी युग में शिक्षा प्राप्त करने के साथ-साथ हर प्रकार का ज्ञान अर्जित कर रही है। शिक्षा के साथ नैतिक मूल्यों को भी जीवन में धारण कर रही है। डिग्री धारक छात्राओं के लिए सौभाग्य की बात है कि उन्होंने डीएवी गर्ल्स कॉलेज से शिक्षा ग्रहण की है। जहां से सुखद भविष्य की नींव पडी है। मनुष्यों में दिव्य गुण होते हैं, जिनका उपयोग वह सृजनात्मक कार्यों के लिए करता है। उन्होंने छात्राओं से विवेकानंद व महात्मा गांधी के आदर्शों को ग्रहण करने का आहवान किया। जो छात्राएं अपनी मंजिल पर ध्यान केंद्रित करती है, उसके रास्ते में रूकावटें नहीं आती। सभी विश्व प्रसिदध हस्तियां संघर्षमय जीवन पार करके ही सफलता के शिखर पर पहुंची है।
उन्होंने कहा कि एक शिक्षित नारी दो घरों में उजियारा फैलाती है। शिक्षा की बदौलत ही आज महिलाएं सर्वोच्च पदों पर आसीन है। इसलिए हम सभी को शिक्षा के महत्व को भलीभांति समझने की जरूर है। एक जमाना था जब ग्रामीण क्षेत्र में नारी शिक्षा को तवज्जों नहीं दी जाती थी। लेकिन अब तस्वीर बदल चुकी है। प्रतिभावान छात्राओं ने विपरित परिस्थितियों में खेलकूद, सांस्कतिक, शैक्षणिक व अन्य क्षेत्रों में जो मुकाम हासिल किया है, वह काबिले तारीफ है।
प्राचार्या डॉ आभा खेतरपाल ने वार्षिक रिपोर्ट पढकर महाविदयालय की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। साथ ही उन्होंने कहा कि नारी शिक्षा को बढावा देने के लिए 64 साल पहले डीएवी कॉलेज के रूप में जो पौधा रोपित किया गया था, वह अब वट वृक्ष बन चुका है। जिसमें छात्राओं के सर्वांगिण विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने छात्राओं को अपनी शि़क्षा व डिग्री के सदउपयोग के बारे में शपथ भी दिलाई। समारोह में एमएससी 90, एम कॉम की 208, एमए की 77, बीएससी ऑनर्स की 40, बीएससी की 435, बी कॉम ऑनर्स की 131, बी कॉम की 442, बीए ऑनर्स की 50, बीए की 144, बीसीए की 34, बी वॉक की 11 तथा बीए मॉस कम्यूनिकेशन की 27 छात्राओं को डिग्री से नवाजा गया। मंच संचालन अंग्रेजी विभाग अध्यक्ष डॉ विनीत व असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ निताशा बजाज ने किया।