राज्यपाल का यमुनानगर दौरा
यमुनानगर | NEWS - हरियाणा के महामहिम राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने आदिबद्री व सरस्वती उद्गम स्थल पर जाकर मंत्रोच्चरण से पूजा अर्चना की और प्रदेश की खुशहाली के लिए नारायण भगवान से प्रार्थना की। उन्होंने मंदिर की परिक्रमा भी की। संस्कृति स्कूल के आचार्य शास्त्री डा. राजेश्वर तिवारी व मंदिर के पुजारी अरविंद चौबे ने मंत्रोच्चरण से पूजा अर्चना करवाई।
इस मौके पर महामहिम ने शास्त्री डा. राजेश्वर तिवारी से आदिबद्री मंदिर के इतिहास के बारे में जानकारी ली। शास्त्री जी ने बताया कि मान्यता है कि 5129 वर्ष तक इस स्थान पर भगवान नारायण ने तपस्या की थी। उन्होंने बताया कि द्वापर के बाद भगवान ध्यानवस्था में इस स्थान पर बैठ गए। माता लक्ष्मी ने भगवान नारायण के बारे में नारद जी से पूछा कि भगवान नारायण कहां चले गए। नारद जी ने कहा कि भगवान नारायण एक एकांत जगह पर तपस्या कर रहे हैं। स्थान को जानकर माता लक्ष्मी भी इस स्थान पर पहुंची और उन्होंने देखा कि भगवान नारायण का तपस्या के दौरान चेहरा काला पड गया है। उन्होंने सूर्य की रोशनी को रोकने के लिए छाया का रुप बनाया।
जब भगवान नारायण की आंखे खुली तो उन्होंने माता लक्ष्मी के बारे में पूछा, कोई जानकारी न मिलने पर मंत्रों से एक लडक़ी को लक्ष्मी का रुप बनाया। कुछ समय के अंतराल के बाद यह सब देखकर माता लक्ष्मी भी प्रकट हो गई तो मंत्रों से जो लडक़ी माता लक्ष्मी के रुप में बनाई गई थी उसने भगवान नारायण से पूछा कि अब मैं कहा जाऊ। तो भगवान नारायण ने कहा कि आप सबसे ऊपर पर्वत पर विराजमान हो जाओ और आप मंत्रादेवी के रुप में जानी जाएंगी और आपकी पूजा होगी। तभी से इस स्थान को आदिबद्री के नाम से जाना जाता है। यहां पर सरस्वती उदगम स्थल भी बनाया गया है।
इस मौके पर श्राईन बोर्ड व जिला प्रशासन की ओर से अतिरिक्त उपायुक्त एवं नगर निगम के आयुक्त आयुष सिन्हा ने महामहिम राज्यपाल, राजभवन के एडीसी अभिषेक जोरवाल, राजभवन के ज्वाईंट सैक्रेटरी अमरजीत सिंह व शिव शर्मा को सम्मानित किया गया। राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र पाल सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त आयुष सिन्हा, बिलासपुर के एसडीएम जसपाल सिंह गिल व तहसीलदार चेतना चौधरी सहित शास्त्री डा. राजेश्वर तिवारी व अरविंद चौबे को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।