𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐂𝐡𝐢𝐞𝐟 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫, 𝐌𝐚𝐧𝐨𝐡𝐚𝐫 𝐋𝐚𝐥 𝐰𝐢𝐥𝐥 𝐥𝐚𝐲 𝐭𝐡𝐞 𝐟𝐨𝐮𝐧𝐝𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐬𝐭𝐨𝐧𝐞 𝐨𝐟 𝐑𝐞𝐠𝐢𝐨𝐧𝐚𝐥 𝐑𝐞𝐬𝐞𝐚𝐫𝐜𝐡 𝐂𝐞𝐧𝐭𝐫𝐞 𝐚𝐭 𝐊𝐡𝐚𝐫𝐤𝐡𝐚𝐫𝐢 𝐢𝐧 𝐁𝐡𝐢𝐰𝐚𝐧𝐢 𝐨𝐧 𝐀𝐮𝐠𝐮𝐬𝐭 𝟐𝟏 𝐚𝐧𝐝 𝐰𝐢𝐥𝐥 𝐩𝐚𝐫𝐭𝐢𝐜𝐢𝐩𝐚𝐭𝐞 𝐢𝐧 𝐚 𝐬𝐞𝐦𝐢𝐧𝐚𝐫 𝐨𝐧 𝐡𝐨𝐫𝐭𝐢𝐜𝐮𝐥𝐭𝐮𝐫𝐞 𝐜𝐫𝐨𝐩𝐬. 𝐀𝐥𝐨𝐧𝐠 𝐰𝐢𝐭𝐡 𝐭𝐡𝐢𝐬, 𝐭𝐡𝐞 𝐂𝐡𝐢𝐞𝐟 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫 𝐰𝐢𝐥𝐥 𝐚𝐥𝐬𝐨 𝐥𝐚𝐲 𝐭𝐡𝐞 𝐟𝐨𝐮𝐧𝐝𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐬𝐭𝐨𝐧𝐞 𝐨𝐟 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐀𝐧𝐢𝐦𝐚𝐥 𝐒𝐜𝐢𝐞𝐧𝐜𝐞 𝐂𝐞𝐧𝐭𝐞𝐫 𝐁𝐚𝐡𝐥 𝐨𝐟 𝐋𝐚𝐥𝐚 𝐋𝐚𝐣𝐩𝐚𝐭 𝐑𝐚𝐢 𝐕𝐞𝐭𝐞𝐫𝐢𝐧𝐚𝐫𝐲 𝐚𝐧𝐝 𝐀𝐧𝐢𝐦𝐚𝐥 𝐒𝐜𝐢𝐞𝐧𝐜𝐞𝐬 𝐔𝐧𝐢𝐯𝐞𝐫𝐬𝐢𝐭𝐲.
चंडीगढ़, डिजिटल डेक्स।। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल 21 अगस्त को भिवानी के खरखड़ी में क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र का शिलान्यास करेंगे तथा बागवानी फसलों पर आयोजित होने वाली संगोष्ठी में हिस्सा लेंगे।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री लाला लाजपत राय पशुचिकित्सा एवं पशुविज्ञान विश्वविद्यालय के हरियाणा पशुविज्ञान केंद्र बहल का भी शिलान्यास करेंगे। इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण, मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री जय प्रकाश दलाल, सांसद धर्मबीर सिंह तथा महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय, करनाल के कुलपति प्रो. समर सिंह सहित कई गणमान्य मौजूद रहेंगे।
क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र खरखड़ी में बागवानी उत्पादन से संबंधित सभी विषयों पर अनुसंधान कार्य होगा जिसमें देश व विदेश की सभी जगहों पर उपलब्ध फलों, सब्जियों, औषधीय और सुगंधित पौधों, मसालों आदि की किस्मों का संग्रह भी शामिल होगा। फलों, सब्जियों, औषधीय व सुगंधित पौधों, मसालों आदि की उन्नत व संकर किस्मों का विकास जो कीटों और रोगों के प्रतिरोधी हों, पर कार्य होगा।
क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र खरखड़ी में बागवानी उत्पादन से संबंधित सभी विषयों पर अनुसंधान कार्य होगा जिसमें देश व विदेश की सभी जगहों पर उपलब्ध फलों, सब्जियों, औषधीय और सुगंधित पौधों, मसालों आदि की किस्मों का संग्रह भी शामिल होगा। फलों, सब्जियों, औषधीय व सुगंधित पौधों, मसालों आदि की उन्नत व संकर किस्मों का विकास जो कीटों और रोगों के प्रतिरोधी हों, पर कार्य होगा।
यह क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्र दक्षिण हरियाणा की बागवानी की प्रगति में मील का पत्थर साबित होगा तथा किसान यहां से तकनीकी ज्ञान ले कर अपनी आय को दोगुनी कर सकेंगे। यहां पर किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले पौधे व बीज उपलब्ध होंगे तथा औषधीय पौधों पर विशेष कार्य किया जायेगा।
पशुविज्ञान केंद्र बहल पशुओं में शल्य चिकित्सा, प्रसूतिशास्र के मामलों को संभालने में सक्षम होगा। इस केंद्र पर पशुओं के एक्सरे की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। इस केंद्र में पशुओं की डायग्नोस्टिक लैब भी होगी जो बिमारियों से ग्रसित पशुओं के विभिन्न प्रकार के सैम्पलों का निरक्षण करेगी।
𝐑𝐞𝐠𝐢𝐨𝐧𝐚𝐥 𝐑𝐞𝐬𝐞𝐚𝐫𝐜𝐡 𝐂𝐞𝐧𝐭𝐫𝐞 𝐊𝐡𝐚𝐫𝐤𝐡𝐚𝐫𝐢 𝐰𝐢𝐥𝐥 𝐜𝐨𝐧𝐝𝐮𝐜𝐭 𝐫𝐞𝐬𝐞𝐚𝐫𝐜𝐡 𝐰𝐨𝐫𝐤 𝐨𝐧 𝐚𝐥𝐥 𝐬𝐮𝐛𝐣𝐞𝐜𝐭𝐬 𝐫𝐞𝐥𝐚𝐭𝐞𝐝 𝐭𝐨 𝐡𝐨𝐫𝐭𝐢𝐜𝐮𝐥𝐭𝐮𝐫𝐞 𝐩𝐫𝐨𝐝𝐮𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧, 𝐰𝐡𝐢𝐜𝐡 𝐰𝐢𝐥𝐥 𝐚𝐥𝐬𝐨 𝐢𝐧𝐜𝐥𝐮𝐝𝐞 𝐜𝐨𝐥𝐥𝐞𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐨𝐟 𝐯𝐚𝐫𝐢𝐞𝐭𝐢𝐞𝐬 𝐨𝐟 𝐟𝐫𝐮𝐢𝐭𝐬, 𝐯𝐞𝐠𝐞𝐭𝐚𝐛𝐥𝐞𝐬, 𝐦𝐞𝐝𝐢𝐜𝐢𝐧𝐚𝐥 𝐚𝐧𝐝 𝐚𝐫𝐨𝐦𝐚𝐭𝐢𝐜 𝐩𝐥𝐚𝐧𝐭𝐬, 𝐬𝐩𝐢𝐜𝐞𝐬 𝐞𝐭𝐜. 𝐚𝐯𝐚𝐢𝐥𝐚𝐛𝐥𝐞 𝐚𝐭 𝐚𝐥𝐥 𝐩𝐥𝐚𝐜𝐞𝐬 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐜𝐨𝐮𝐧𝐭𝐫𝐲 𝐚𝐧𝐝 𝐚𝐛𝐫𝐨𝐚𝐝. 𝐖𝐨𝐫𝐤 𝐰𝐢𝐥𝐥 𝐛𝐞 𝐝𝐨𝐧𝐞 𝐭𝐨 𝐝𝐞𝐯𝐞𝐥𝐨𝐩 𝐢𝐦𝐩𝐫𝐨𝐯𝐞𝐝 𝐚𝐧𝐝 𝐡𝐲𝐛𝐫𝐢𝐝 𝐯𝐚𝐫𝐢𝐞𝐭𝐢𝐞𝐬 𝐨𝐟 𝐟𝐫𝐮𝐢𝐭𝐬, 𝐯𝐞𝐠𝐞𝐭𝐚𝐛𝐥𝐞𝐬, 𝐦𝐞𝐝𝐢𝐜𝐢𝐧𝐚𝐥 𝐚𝐧𝐝 𝐚𝐫𝐨𝐦𝐚𝐭𝐢𝐜 𝐩𝐥𝐚𝐧𝐭𝐬, 𝐬𝐩𝐢𝐜𝐞𝐬 𝐞𝐭𝐜. 𝐰𝐡𝐢𝐜𝐡 𝐚𝐫𝐞 𝐫𝐞𝐬𝐢𝐬𝐭𝐚𝐧𝐭 𝐭𝐨 𝐩𝐞𝐬𝐭𝐬 𝐚𝐧𝐝 𝐝𝐢𝐬𝐞𝐚𝐬𝐞𝐬. 𝐓𝐡𝐢𝐬 𝐑𝐞𝐠𝐢𝐨𝐧𝐚𝐥 𝐑𝐞𝐬𝐞𝐚𝐫𝐜𝐡 𝐂𝐞𝐧𝐭𝐫𝐞 𝐰𝐢𝐥𝐥 𝐩𝐫𝐨𝐯𝐞 𝐭𝐨 𝐛𝐞 𝐚 𝐦𝐢𝐥𝐞𝐬𝐭𝐨𝐧𝐞 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐩𝐫𝐨𝐠𝐫𝐞𝐬𝐬 𝐨𝐟 𝐇𝐨𝐫𝐭𝐢𝐜𝐮𝐥𝐭𝐮𝐫𝐞 𝐨𝐟 𝐒𝐨𝐮𝐭𝐡 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐚𝐧𝐝 𝐟𝐚𝐫𝐦𝐞𝐫𝐬 𝐰𝐢𝐥𝐥 𝐛𝐞 𝐚𝐛𝐥𝐞 𝐭𝐨 𝐝𝐨𝐮𝐛𝐥𝐞 𝐭𝐡𝐞𝐢𝐫 𝐢𝐧𝐜𝐨𝐦𝐞 𝐛𝐲 𝐢𝐦𝐛𝐢𝐛𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐞𝐜𝐡𝐧𝐢𝐜𝐚𝐥 𝐤𝐧𝐨𝐰𝐥𝐞𝐝𝐠𝐞 𝐟𝐫𝐨𝐦 𝐡𝐞𝐫𝐞. 𝐇𝐞𝐫𝐞 𝐡𝐢𝐠𝐡 𝐪𝐮𝐚𝐥𝐢𝐭𝐲 𝐩𝐥𝐚𝐧𝐭𝐬 𝐚𝐧𝐝 𝐬𝐞𝐞𝐝𝐬 𝐰𝐢𝐥𝐥 𝐛𝐞 𝐚𝐯𝐚𝐢𝐥𝐚𝐛𝐥𝐞 𝐭𝐨 𝐭𝐡𝐞 𝐟𝐚𝐫𝐦𝐞𝐫𝐬 𝐚𝐧𝐝 𝐬𝐩𝐞𝐜𝐢𝐚𝐥 𝐰𝐨𝐫𝐤 𝐰𝐢𝐥𝐥 𝐛𝐞 𝐝𝐨𝐧𝐞 𝐨𝐧 𝐦𝐞𝐝𝐢𝐜𝐢𝐧𝐚𝐥 𝐩𝐥𝐚𝐧𝐭𝐬.
पशुविज्ञान केंद्र बहल पशुओं में शल्य चिकित्सा, प्रसूतिशास्र के मामलों को संभालने में सक्षम होगा। इस केंद्र पर पशुओं के एक्सरे की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। इस केंद्र में पशुओं की डायग्नोस्टिक लैब भी होगी जो बिमारियों से ग्रसित पशुओं के विभिन्न प्रकार के सैम्पलों का निरक्षण करेगी।
यह पशु विज्ञान केंद्र लाभदायक पशुधन खेती के लिए नवीनतम वैज्ञानिक जानकारी के प्रशिक्षण और प्रदर्शन केंद्र के रूप में भी काम करेगा।
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