दुकानदारों का आरोप है कि केवल 15 अगस्त व 26 जनवरी जैसे कार्यक्रमों के दौरान ही सफाई को लेकर नपा सफाई कर्मचारी इस सड़क की सुध लेते है.
इस दौरान कई दिनों तक वह सफाई करते दिखाई देते है, लेकिन उसके बाद महीनों तक सफाई कर्मचारियों के दर्शन भी दुर्लभ हो जाते है। इतना ही नहीं दुकानदार खुद सड़क पर झाडू लगाकर जो कूडा सड़क किनारे एकत्रित करते है वह उठाने की जहमत भी सफाई कर्मचारियों की ओर नहीं उठाई जाती।
दुकानदारों के साथ हो रहे इस सौतेले व्यवहार को लेकर उनमें रोष देखा जा रहा है। दुकानदारों ने नपा प्रशासन से इस व्यवस्था में सुधार करने की मांग की है।
दुकानदार रघुबीर सिंह, सुरजन सिंह, अुर्जन सिंह, सुभाष, जसबीर, प्रवीन सैनी, संजय, अवतार सिंह मल्ली, ओमप्रकाश जोहल, गुरदयाल सिंह इत्यादि का कहना है कि पिछले सप्ताह जब अनाज मंडी में होने वाले स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में गृह मंत्री अनिल विज को पहुंचना था तो सफाई कर्मचारी कई दिनों तक झाडू लेकर अनाज मंडी रोड़ की सफाई करते देखे गए थे।
जबकि उससे महीनों पहले यह सफाई कर्मचारी यहां दिखाई नहीं दिए थे। वहीं अब कार्यक्रम के बाद अब तक दोबारा सफाई कर्मचारियों के दर्शन इस रोड़ पर नहीं हुए है। दुकानदार खुद अपनी दुकानों के बाहर सड़क पर साफ सफाई करते है और जिस कूडे को सड़क पर एकत्रित कर देते है उस कूडे को उठाने के लिए भी कर्मचारी नहीं आते।
जिससे यह कूडे के ढेर धीरे धीरे फिर से सड़क पर फैल जाते है। दुकानदारों का आरोप है कि जब उनसे नियमित तौर पर साफ सफाई व्यवस्था के नाम पर चार्ज वसूला जा रहा है तो सफाई व्यवस्था में उनके साथ सौतेला व्यवहार आखिर क्यों किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर यही स्थिति रही तो दुकानदार व इस मार्ग पर रहने वाले स्थानीय लोग किसी भी प्रकार का टैक्स नपा में जमा करवाएगें।
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